आगरा: खेरागढ़ तहसील क्षेत्र के गांव सरेंधी में होली की पड़वा पर आस्था के दरबार में प्रेम भरी जंग देखने को मिली। इस प्रेम भरी जंग का हिस्सा बनने गांव के युवा ग्रामीण बहुत ही उत्साहित रहते हैं और प्रेम से भाग लेते हैं। जिसे देखने के लिए समूचा गांव के साथ साथ आसपास के लोग भी पहुंचे।
सरेंधी गांव बढ़ा होने के कारण इसमें चौबीस थोक मौहल्ले है, जो छ: पार्टियों (टीकैत पार्टी, लौहरी पार्टी, बढ़ी पार्टी, थोक हवेली, चौक, तिहाय के नाम)इस के रूप में है। होली की पड़वा पर सुबह गांव के लोग रंग, गुलाल, धूल की होली खेलने के बाद अपने-अपने घरों में जाकर नहा धोकर ‘झू’ खेलने तैयार हो गए। इस दौरान गांव का नट ढोल नगाड़ों से ड्यौंढ़ी पीटता हुआ संपूर्ण गांव की परिक्रमा लगाते हुए निमंत्रण देता हुआ चक्कर लगाता चला गया और उसके पीछे-पीछे गांव के युवा, लोग लगोटी बांधकर एकत्रित होते हुए क्रमबद्व जुढ़ते चले गए।
वह गांव के बीच में जाकर अचलम बाबा के दरबार में एकत्रित हो गया। अचलम बाबा के दरबार के पास बने एक गेट में सभी दो गुटों में बंट गए। जिसके बाद शुरू हुआ। खेल जिसे झू बोलते हैं, दोनों गुट शक्ति प्रदर्शन के माध्यम से तीन बार उस गेट के नीचे से निकलकर दूसरी तरफ जाने की कोशिश करते है। जिसे दोनों दल रोकने का प्रयास करते हैं, इस प्रकार यह अनोखा खेल तीन बार हुआ। इस खेल में लौहरी पार्टी विजई हुई। इस दौरान शांति और सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस बल तैनात रहा।
ग्रामीणों के अनुसार इस खेल में लौहरी पार्टी ही विजयी होती हैं, उनका कहना हैं कि अगर किसी तरह कभी बढ़ी पार्टी विजयी हो गई तो गांव में आपदा और प्रकोप आ जाता हैं।