तीन महीने में आईआईटी मद्रास में तीसरे छात्र ने की आत्महत्या, वॉट्सऐप स्टेटस में लिखा- आई एम सॉरी, नॉट गुड इनफ

Crime

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (IIT Madras) के रिसर्च स्कॉलर सचिन कुमार जैन ने शनिवार को तमिलनाडु के वेलाचेरी में अपने कमरे में आत्महत्या कर ली। मरने वाला छात्र पश्चिम बंगाल का रहने वाला था। 32 साल के रिसर्च स्कॉलर सचिन कुमार जैन ने मरने से एक दिन पहले 31 मार्च को अपना वॉट्सऐप स्टेटस अपडेट किया था। इसमें लिखा था- आई एम सॉरी नॉट गुड इनफ यानी मुझे माफ करना मैं किसी लायक नहीं।

इस साल आईआईटी मद्रास में किसी स्टूडेंट के आत्महत्या करने की यह तीसरी घटना है, जबकि 2018 के बाद से आत्महत्या का यह 11वां मामला है।सचिन दो और पीएचडी स्टूडेंट देवकुश और देवराज के साथ किराए के कमरे में रहता था, जो उसने 3 महीने पहले लिया था। स्टेटस को देखकर उसके दोस्तों को कुछ गड़बड़ होने की आशंका हुई। इसके बाद तुरंत दोनों घर पहुंचे, जहां सचिन पंखे से लटका हुआ मिला।

दोनों ने एम्बुलेंस और पुलिस को खबर की। लेकिन हॉस्पिटल ले जाने पर उसे मरा हुआ पाया गया। पुलिस ने सचिन का शव रोयापेट गवर्नमेंट हॉस्पिटल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।

सचिन की मौत के बाद आईआईटी मद्रास ने एक बयान में कहा, “31 मार्च 2023 की दोपहर चेन्नई वेलाचेरी में मैकेन इंजीनियरिंग पीएचडी रिसर्च स्कॉलर के निधन से हमें गहरा दुख हुआ है। रिसर्च स्टूडेंट की मौत हमारे संस्थान के लिए बड़ा नुकसान है। हम मृतक छात्र के दोस्तों और परिवार के दुख में शामिल हैं और अनुरोध करते हैं कि सभी लोग मृतक के परिवार की निजता का सम्मान करें।”

इससे पहले 14 मार्च को मद्रास आईआईटी कैंपस में बीटेक थर्ड ईयर के स्टूडेंट पुष्पक ने फांसी लगाकर जान दे दी थी। 20 साल का पुष्पक आंध्र प्रदेश का रहने वाला था। कोट्टुरपुरम पुलिस ने कहा था कि पढ़ाई पर फोकस न कर पाने के कारण वह परेशान था। इसलिए उसने यह कदम उठाया।

14 फरवरी को महाराष्ट्र के एक रिसर्च स्कॉलर 24 साल के स्टीफन सनी नाम के स्टूडेंट ने आत्महत्या की थी। वह इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। सनी हॉस्टल के कमरे में फांसी से लटका मिला था। पुलिस को सनी के पास से एक नोट मिला था, जिस पर don’t prosecute (मुकदमा न करें) लिखा हुआ था।