आपको ये किस्सा किसी काल्पनिक उपन्यास की तरह लगेगा। जंगल में जानवरों का राज होता है। जिसका इलाका, उसका राज। शेर हो, भालू हो या फिर बाघ। सभी जानवरों के लिए जंगल एकछत्र राज की जगह होती है। दिन में तो आप यहां एंट्री कर सकते हैं, रात में इन जगहों पर आपकी एंट्री नहीं होती है क्योंकि रात में जंगल में जानवरों का ही कानून चलता है। एक ऐसा ही जंगल है ब्रिटेन का हालडॉन (Haldon Forest)।
हालडॉन की कहानी
ब्रिटेन के एक्सटर (Exeter) से 15 मिनट की दूरी पर स्थित हालडॉन जंगल है। 3,500 एकड़ में फैले इस जंगल में आपको भालू से लेकर हर वो जानवर दिखेंगे जो बेहद खूंखार होते हैं। ये जंगल देखने में जितना खूबसूरत है उनता ही खूंखार भी है। यहां जानवरों की कब्र भी है।
जानवरों की कब्र
दरअसल, आपके कई किस्से सुने होंगे कि किसी जंगल में वर्चस्व की लड़ाई में जानवरों के बीच जमकर संघर्ष होता है। ब्रिटेन के हालडॉन जंगल में भी ऐसा कुछ होता होगा लेकिन यहां जो जानवरों की कब्र है वो किसी लड़ाई के जरिए नहीं है। यहां उन जानवरों को दफनाया गया है जो लोगों के घर में रहते थे। यानी पेट। पालतू जानवरों की मौत के बाद लोग इस जंगल में उनके नाम का कब्र बनाकर उन्हें दफना देते थे।
आसान नहीं है कब्र तक पहुंचना
फॉरेस्टरी कमीशन में सबसे ज्यादा वक्त तक बतौर रेंजर्स की सेवा देने वाले अधिकारी भी हालडॉन में किसी ऐसे कब्र से अनजान रहे हैं। डिवोन लाइव (Devon Live) के अनुसार कुछ रेंजर्स ने बताया कि उन्हें नहीं पता कि ये कब्रगाह आखिर कब बननी शुरू हुई। उन्होंने बताया कि पालतू जानवरों का कब्रगाह आप घेरे के ऊपर से देख सकते हैं लेकिन आप इस कब्र तक नहीं पहुंच सकते क्योंकि यहां तक पहुंचना आसान नहीं है।
कब हुई इस कब्रगाह की पहचान
2001 में इस कब्रगाह की पहचान हुई। इसके बाद ब्रिटेन के वन विभाग ने यहां घेरेबंदी करने का फैसला किया। हालांकि विभाग ने यहां और जानवरों के दफनाने पर रोक लगा दी है।
-एजेंसी