जैन मुनि डा.मणिभद्र महाराज के अनमोल वचन: भक्ति की शक्ति से ही मिलता है जीवन मे दुखों से छुटकारा

Religion/ Spirituality/ Culture

आगरा। नेपाल केसरी, मानव मिलन संस्थापक, जैन मुनि डा.मणिभद्र महाराज ने कहा है कि जब तक पुण्य कर्म हैं, तब तक कोई बाधा नहीं आती, हर ओर सफलता मिलती है। जब पाप उदय होते हैं तो कोई साथ नहीं देता। कष्ट ही कष्ट भोगने पड़ते हैं।

न्यू राजामंडी स्थित जैन स्थानक में भक्तामर स्रोत अनुष्ठान के तहत उन्होंने 46 व 47 वे श्लोक की विवेचना की। कहा कि आचार्य मांगतुंग जेल में बंद थे, उनका शरीर बेड़ियों से जकड़ा हुआ था। हाथ में हथकड़ियां थीं। वे जैसे-जैसे भक्तांमर स्रोत के श्लोक तैयार करते गये, वैसे-वैसे उनकी हथकड़ी और बेड़ियां टूटती गईं। वे तो स्तुति में लीन थे, लेकिन उन्हें कुछ पता ही नहीं चला कि क्या हो रहा है। क्योंकि जब भक्त अपनी भक्ति में लीन होता है, तब उसका कोई बंधन नहीं होता।

जैन मुनि ने कहा कि बाह्य बंधनों से व्यक्ति अपने को जकड़ा महसूस करता है, लेकिन आंतरिक बंधन तो आत्मा का है। आत्मा को उन्मुक्त करने के लिए आचार्य स्तुति, पूजन, जप, तप करते हैं। हमारे जैसे कर्म होते हैं, वैसे ही हमारा जीवन संचालित होता है। कष्टों से मुक्ति के लिए हमारे मन के भाव पवित्र होने चाहिए, जीवन में सरलता होनी चाहिए। किसी के बारे में बुरा नहीं सोचें, भावना भी निर्मल होनी चाहिए। एसे व्यक्ति का संसार में कोई बिगाड़ नहीं सकता। बुरा करने वालों पर हम अपनी अच्छाइयों से विजय पा सकते हैं। सम्यक दर्शन से सुख शांति प्राप्त होती है। आनंद की उपलब्धि होती है। जैन मुनि ने कहा कि श्रावकों के विशेष श्रद्धा से ही 37 दिवसीय भक्तामर स्रोत अनुष्ठान भी पूरा हो रहा है। जिसकी धर्म के प्रति अटूट श्रद्धा है, देवता भी उन पर विशेष कृपा करते हैं।

जैन मुनि ने श्रीपाल और मैना सुंदरी की कथा सुनाई और कहा कि जीवन में यदि चमत्कार देखना है तो उसके लिए ईश्वर की प्रति श्रद्धा होनी चाहिए। मैना सुंदरी और श्रीपाल ने अपने जीवन में एसे ही उदाहरण पेश किए और य़श प्राप्त किया।

मानव मिलन संस्थापक नेपाल केसरी डॉक्टर मणिभद्र मुनि,बाल संस्कारक पुनीत मुनि जी एवं स्वाध्याय प्रेमी विराग मुनि के पावन सान्निध्य में चल रही 37 दिवसीय श्री भक्तामर स्तोत्र की संपुट महासाधना में शुक्रवार को 46 एवम 47वीं गाथा के जाप का लाभ संगीता संदेश जैन,प्रतिमा विजय जैन, विशन चप्लावत एवम नवयुवक मंडल लोहामंडी ने लिया। नवकार मंत्र जाप की आराधना महावीर महिला मंडल ने की।शुक्रवार की धर्मसभा में अंतरराष्ट्रीय मानव मिलन महिला अध्यक्ष कुसुम जैन,महिला महामंत्री ललिता ओसवाल, के साथ सोनीपत, पुणे, जयपुर, दिल्ली आदि स्थानों के अनेक धर्मप्रेमी उपस्थित थे।

शुक्रवार की सभा में अशोक जैन सुराना, राजेश सकलेचा, नरेश चप्लावत, विवेक कुमार जैन, राजीव जैन, अजय जैन पूर्व पार्षद, आदि उपस्थित थे।

-up18news