आगरा: मंकी पाक्स को लेकर आगरा में अलर्ट जारी किया गया है। स्वास्थ्य विभाग मुस्तैद है। विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। इसके तहत पांच देशों के टूरिस्टों के आने पर उनकी जांच की जाएगी।
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया के अलावा यूरोप के देशों में मंकी पॉक्स के केस मिले हैं। इन देशों के लोग अगर आगरा ताजमहल या अन्य समारक घूमने आते हैं, तो इन पर्यटकों पर विशेष नजर रखी जा रही है। संदिग्ध मिलने पर सैंपल लिए जाएंगे। इसके बाद आइसोलेशन में रखा जाएगा। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर संपर्क में आए लोगों के भी सैंपल लिए जाएंगे। इसके लिए टीम बनाई गई है।
शरीर पर पड़ जाते हैं चकत्ते
सीएमओ ने बताया कि इसमें सबसे पहले मरीज को बुखार आता है। फिर शरीर पर घाव हो जाते हैं। चकत्ते पड़ जाते हैं। ऐसे मरीजों के घाव से रक्त, बलगम आदि के सैंपल लेकर जांच के लिए पुणे की नेशनल इंस्टटीयूट आफ वायरोलॉजी लैब में भेजे जाएंगे।
वायरल इंफेक्शन है
दरअसल, मंकी पॉक्स स्माल पॉक्स की तरह ही एक वायरल इंफेक्शन है। यह चूहों और खासकर बंदरों से इंसानों में फैलता है। अगर कोई जानवर इस वायरस से संक्रमित है और इंसान उसके संपर्क में आता है, तो पूरी संभावना है कि उसे भी मंकी पॉक्स हो जाए। विशेषज्ञों ने बताया कि यह देखने में चेचक का बड़ा रुप होता है। इसमें लक्षण भी वही हैं। इसके अलावा मंकी पॉक्स वायरस, त्वचा, आंख, नाक या मुंह के माध्यम शरीर में प्रवेश करता है। यह संक्रमित जानवर के काटने से या उसके खून, शरीर के तरल पदार्थ या फिर उसको छूने से हो जाता है।
अगर ये लक्षण दिखें तो डॉक्टरों से करें संपर्क
मंकी पॉक्स के संक्रमण में बुखार, सिरदर्द रहता है। सूजन आ जाती है। पीठदर्द के अलावा मांसपेशियों में दर्द होता रहता है। बुखार के समय अत्यधिक खुजली वाले दाने हो जाते हैं। जो पूरे शरीर में फैल जाते हैंं।