म्यांमार की सैन्य सरकार के प्रमुख जनरल मिन आंग लाइंग ने कहा है कि जो गुट उनकी सत्ता से संघर्ष में जुटे हैं वो आतंकवादी हैं. उन्होंने कहा है कि इन गुटों के ख़िलाफ़ निर्णायक कार्रवाई की जाएगी.
सेना की सालाना परेड में मिन आंग लाइंग ने कहा, ”जो देश मानवाधिकारों के मुद्दे और 2021 में हुए तख्ता पलट पर हमारी आलोचना कर रहे हैं वो सब आतंकवाद के समर्थक हैं.”
इस परेड में शामिल हुई कई सैन्य टुकड़ियों पर नरसंहार करने के आरोप भी हैं.
ये परेड सेना की स्थापना की सालगिरह पर आयोजित होती है. म्यांमार की सेना दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान 1945 में जापान का मुक़ाबला करने के लिए बनाई गई थी.
आंग लाइंग 2021 में सत्ता में आए थे. सेना के सत्ता में आने के बाद से देश में गृह युद्ध की स्थिति है. इस संघर्ष में अब तक हज़ारों लोगों की जान गई है और लाखों लोगों को बेघर होना पड़ा है.
जनरल मिन आंग लाइंग ने कहा, ”जो लोग सत्ता का विरोध करेंगे, म्यांमार की सेनाएं उनके ख़िलाफ़ जंग जारी रखेंगी चाहे कुछ भी हो जाए.”
लाइंग ने म्यांमार में चुनाव कराए जाने की बात भी कही. लाइंग ने कहा, ”चुनाव करवाए जाएंगे और जीतने वाली पार्टी को सत्ता सौंप दी जाएगी.”
हालांकि म्यांमार में जारी संघर्ष को देखते हुए ये साफ़ नहीं है कि देश में कब चुनाव होंगे.
नरसंहार के आरोपों को झेल रही म्यांमार की सेना पर हाल ही में अमेरिका ने फिर प्रतिबंध लगाए थे. हालांकि म्यांमार को रूस और चीन जैसे देशों को साथ मिलता रहा है.
सेना की परेड के दौरान भी रूस, चीन के अधिकारी मौजूद थे. साथ ही रूस और चीन से लिए गए हथियारों को भी परेड में प्रदर्शित किया गया था.
Compiled: up18 News