म्यांमार के सरकारी मीडिया ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि मिलिट्री हुकूमत ने चीन और भारत के सैलानियों को लुभाने के लिए के ‘वीज़ा ऑन अराइवल’ की पेशकश करने का फ़ैसला किया है.
समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार मिलिट्री हुकूमत ने ये फ़ैसला विदेशी सैलानियों और उनकी विदेशी मुद्रा की आमद को ध्यान में रखते हुए किया है.
‘ग्लोबल न्यू लाइट ऑफ़ म्यांमार’ ने सैन्य शासन के अप्रवासन विभाग के हवाले से कहा है कि इस नई स्कीम की घोषणा जल्द ही की जाएगी और शुरुआत में ये एक साल के ट्रायल के तौर पर चलाया जाएगा.
‘वीज़ा ऑन अराइवल’ पाने वाले सैलानियों को प्रतिबंधित क्षेत्रों को छोड़कर सभी जगह पर जाने की इजाजत होगी.
मौजूदा व्यवस्था में दोनों देशों के नागरिकों को टूरिस्ट वीज़ा के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है या फिर म्यांमार के दूतावास में इसके लिए अप्लाई करना होता है.
म्यांमार में साल 2021 के तख़्तापलट का वहां अभी भी विरोध हो रहा है और सैनिक सरकार उसे दबाने के लिए संघर्ष कर रही है.
सैनिक सरकार ने ये माना है कि देश में ऐसे इलाके हैं जहां उनका पूरा नियंत्रण नहीं है. अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों ने अपने नागरिकों को म्यांमार न जाने की सलाह दे रखी है.
लेकिन चीन और भारत की म्यांमार से लंबी सीमा लगती है और दोनों देशों ने वहां की सैनिक सरकार से अपना कूटनयिक संबंध बना रखे हैं.
Compiled: up18 News