आगरा: प्रशासन की चेतावनी का असर, लोग खुद ही हटाने लगे अतिक्रमण

स्थानीय समाचार

आगरा: आगरा शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए सरकार के आदेश पर चलाए जा रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान का असर देखने को मिल रहा है। इस अभियान की चलते लोग स्वयं ही सड़क किनारे अवैध रूप से बनाए गए निर्माण को ढहाने में लगे हुए हैं, साथ ही नालियों पर किये गए अवैध निर्माणों को भी तोड़ा जा रहा है।

2 दिन पहले वार्ड 39 नामनेर में प्रशासन की ओर से सड़क किनारे हो रहे अवैध निर्माण और फुटपाथ से अतिक्रमण को हटाने के लिए मुनादी कराई गई थी और लोगों को 2 दिन का समय दिया गया था। प्रशासन की इस चेतावनी का असर लोगों में देखने को मिला। लोग स्वयं ही सड़क व फूटपाथ पर किये गए अवैध निर्माण को तोड़ने में लगे, साथ ही जिन लोगों ने लोहे की एंगल से बैठने के लिए दुकान बना ली थी वह उन्हें हटाते और काटते हुए नजर आए।

अवैध निर्माण को तोड़ रहे लोगों ने बताया कि नगर निगम और जिला प्रशासन की टीम ने दौरा कर दो दिन में अवैध निर्माण हटाने के निर्देश दिए थे। इसीलिए फुटपाथ व सड़क पर हुए अवैध निर्माण को वह स्वयं ही तोड़ रहे हैं। क्योंकि अगर वह ऐसा नहीं करेंगे तो नगर निगम की टीम आकर उसे तोड़ देगी। नगर निगम द्वारा तोड़े जाने पर उनका नुकसान अधिक होगा और जुर्माना अलग से भरना होगा। नगर निगम के अधिकारियों ने दो टूक शब्दों में उसे कहा है कि अगर अवैध निर्माण नहीं उठाया तो 5000 से लेकर 10000 तक का जुर्माना हो सकता है।

वार्ड 39 नामनेर के पार्षद पति रघु पंडित का कहना है कि क्षेत्र के लोग जागरूक हैं। उन्हें मालूम है कि अगर सरकार के आदेशों का अनुपालन नहीं हुआ और अवैध निर्माण नहीं हटाया तो सरकार के आदेश पर स्थानीय प्रशासन उसे तोड़ देगा। इसलिए वह स्वयं ही अपना अवैध निर्माण तोड़कर जागरूकता का परिचय दे रहे हैं जिसके लिए क्षेत्र की जनता को साधुवाद है।