आगरा। नगर निकाय चुनाव वर्ष 2022 मेयर पद के प्रत्याशी की आरक्षण सूची जारी होने के बाद आगरा के बीजेपी नेताओं के होश उड़ गए हैं। वर्षों से आस लगाए बैठे बीजेपी नेताओं के मंसूबों पर पानी फिर गया है। आगरा मेयर पद अनुसूचित वर्ग की महिला के लिए आरक्षित होने के बाद आगरा के दिग्गज बीजेपी नेताओं की पैरोंकारी भी खत्म हो गई है।
गौरतलब है कि सोमवार की शाम को शासन स्तर से उत्तर प्रदेश के सभी जिलों की मेयर पद के प्रत्याशियों की आरक्षण सूची जारी की गई थी। जिसमें आगरा के मेयर पद की प्रत्याशी अब अनुसूचित वर्ग की महिला होगी। भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व और संगठन आगरा में दलित वर्ग की ऐसी महिला प्रत्याशी की खोजबीन में जुट गया है जिसे मेयर प्रत्याशी बनाया जा सके। वहीँ बीते शाम से कई महिला दावेदारों के नाम की चर्चाएं भी शुरू हो गयी है।
इन चर्चाओं में अब एक नाम कल्पना पिप्पल का भी जुड़ गया है। कल्पना पिप्पल ब्रज क्षेत्र के क्षेत्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अशोक पिप्पल की पुत्रवधू हैं। अशोक पिप्पल ने अपनी पुत्रवधू को मेयर पद का चुनाव लड़ाने की इच्छा संगठन से जाहिर की है।
कल्पना पिप्पल की उम्र लगभग 36 वर्ष है। उन्होंने मास्टर इन साइंस से अपनी शिक्षा पूर्ण की है। वहीं ब्रज क्षेत्र के क्षेत्रीय मंत्री अशोक पिप्पल वर्षों से भारतीय जनता पार्टी के लिए कार्य कर रहे हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अलावा अन्य जनसेवा के कार्यों में भी अशोक पिप्पल ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है।