यूक्रेन में फंसे आगरा के छात्रों पर गहराया संकट, बंकर में छुप कर बचा रहे जान

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रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध में फंसे ताजनगरी के छात्र-छात्राओं के लिए संकट गहरा रहा है। खारकीव में फंसी अंजलि पचौरी दो दिन से भूखी प्यासी बंकर में छिपी है। निकल नहीं पा रही। वहीं, कीव में देवेंद्र व हार्दिक फंसे हुए हैं। इनके अलावा कीव में फंसी अदिति पोलैंड बॉर्डर पहुंच गई है, जबकि शोएब रोमानिया बॉर्डर के लिए निकल चुके हैं।

खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस प्रथम वर्ष की छात्रा अंजलि पचौरी 30 नवंबर 2021 को यूक्रेन गई थी। शास्त्रीपुरम निवासी अंजलि के पिता बृज गोपाल ने बताया कि बेटी खारकीव से नहीं निकल पा रही। चारों तरफ बमबारी हो रही है। हॉस्टल में बने बंकर में दो दिन से पानी पीकर जीवित है। खाना खत्म हो चुका है। उन्होंने कंट्रोल रूम व प्रशासन के इंतजामों पर भी सवाल खड़े किए हैं। उधर, भारतीय दूतावास ने यूक्रेन की राजधानी कीव में फंसे सभी भारतीयों को तत्काल शहर छोड़ने की एडवायजरी जारी की है। ताजनगरी के चार छात्र कीव में फंसे थे। सभी एमबीबीएस के छात्र हैं। जिनमें बमरौली कटरा निवासी देवेंद्र सिंह राना और विमल विहार निवासी हार्दिक सिंह कीव से नहीं निकल पा रहे हैं।

चार दिन से खारकीव से पोलैंड बॉर्डर 1200 और रोमानिया बॉर्डर 1700 किमी दूर है। पूरा शहर रूसी सैनिकों ने घेर रखा है। तीन दिन से मिसाइल और बम से हमले हो रहे हैं। चारों तरफ गोलीबारी हो रही है। उन्होंने कहा, मैंने अपनी बेटी को निकालने के लिए राज्य के नोडल अधिकारी रणवीर प्रसाद से संपर्क  किया, परंतु कोई सहयोग नहीं मिला।