आफताब के बहाने संस्कारियों के ‘प्यार’ को भी याद कर लीजिए
श्रद्धा और आफताब के बहाने देश को शिक्षा देने वालों की कमी नहीं है। शिक्षा यह होती कि प्रेम करो पर संभल कर, जान बचाना महत्वपूर्ण है, अगर बात न बने तो अलग हो जाओ, अगर कोई व्यवहार बुरा लगा हो और बदला लेने का मन हो, सीख देने की इच्छा हो तो अकेले कोशिश […]
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