यह रिपोर्ट 2021 में दुनिया भर में हुई जलवायु पीड़ा की समझ प्रदान करती है..

दुनिया की सबसे महंगी चरम मौसम की घटनाओं में से दस की लागत $ 1.5 बिलियन से अधिक है। इस सूची में अमेरिका में अगस्त में आया तूफ़ान इडा सबसे ऊपर है, जिसकी अनुमानित लागत $65 बिलियन है। वहीँ जुलाई में यूरोप में आयी बाढ़ में 43 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था। इन आंकड़ों […]

Continue Reading

विकसित देशों की तरफ से क्लाइमेट फाइनेंस की प्रतिबद्धता जरूरत के हिसाब से बहुत थोड़ी

ग्‍लासगो में हाल में सम्‍पन्‍न सीओपी26 में निर्धारित लक्ष्‍य और व्‍यक्‍त संकल्‍पबद्धताओं की पूर्ति की कसौटी पर भारत अलग तरह की चुनौतियों को सामना कर रहा है। कोयले के चलन को चरणबद्ध ढंग से खत्‍म करने की राह में खड़ी बाजार की शक्तियां, दुरूह वित्‍तीय स्थितियां और कई अन्‍य कारणों से भारत के लिये सूरत-ए-हाल […]

Continue Reading

COP26: बड़ी अर्थव्यवस्थायें अब कमज़ोर देशों के ल‍िए अपने पत्ते खोलें

एक बेहद तेज़ घटनाक्रम में यूके की COP प्रेसीडेंसी ने ग्लासगो क्लाइमेट समिट के लिए फैसलों का एक नया मसौदा जारी किया है। इस मसौदे की भाषा सशक्त है और इशारा करती है कि अंततः फैसलों की शक्ल कैसी हो सकती है। लेकिन इस मसौदे को ले कर विशेषज्ञों की कुछ चिंताएं हैं। इनमें चिंता का मुख्य […]

Continue Reading

तेल और गैस उद्योग खुद की जलवायु समर्थक छवि को बढ़ावा देने के लिए कर रहा है फेसबुक का उपयोग

आज प्रकाशित एक ताज़ा शोध से पता चलता है कि फेसबुक पर फॉसिल फ्यूल से जुड़े विज्ञापनों को ऐसे दिखाया जाता है जिससे उनके जलवायु समर्थन में होने की छवि बनती है और एक भ्रम की स्थिति सी बन जाती है जिसका फायदा सीधे तौर पर यह फॉसिल फ्युएल कम्पनियां उठाती हैं। इन्फ्लुएंसमैप की “क्लाइमेट […]

Continue Reading

भारत में जलवायु परिवर्तन से उपजे इस आपातकाल का विनाशकारी मानवीय और आर्थिक प्रभाव पड़ेगा

जलवायु परिवर्तन भारत और अन्य विकासशील देशों के लिए कितना घातक साबित हो सकता है उसका अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि  पिछले एक दशक में भारत में बाढ़ से 3 बिलियन डॉलर की आर्थिक क्षति हुई, जो बाढ़ से वैश्विक आर्थिक नुकसान का लगभग 10 फ़ीसद है। साल 2020 में चक्रवात अम्फान […]

Continue Reading

जी7 देश वैश्विक तापमान को 1.5°C तक सीमित करने को हुए सहमत

दो डिग्री सेल्सियस तक वैश्विक तापमान को सीमित करने के अपने पिछले लक्ष्य के मुक़ाबले एक बेहद महत्वकांक्षी लक्ष्य पर सहमत होते हुए G7 देशों के पर्यावरण मंत्रियों ने सहमति व्यक्त की है कि वे वैश्विक तापमान में वृद्धि को 1.5°C तक सीमित करने के अनुरूप अपने जलवायु लक्ष्य तय करेंगे। इन मंत्रियों ने 2021 […]

Continue Reading

वायु प्रदूषण सांस सम्‍बन्‍धी बीमारियों के साथ-साथ पेश करता है मानसिक रोग समेत तमाम चुनौतियां

दो दिन पहले आये एक कोर्ट के एक फैसले में दुनिया को पहला ऐसा मामला पता चला जिसमें किसी की मौत का ज़िम्मेदार वायु प्रदूषण था। बात हो रही है नौ साल की एला की, जिसकी मौत के नौ साल बाद लंदन के एक कोर्ट ने वायु प्रदूषण को उसकी मौत का कारण माना। दूसरे […]

Continue Reading

हमारी सांसों में ज़हर घोलने के लिए थर्मल पावर प्लांट काफ़ी हद तक ज़िम्मेदार

आपकी सांसों में ज़हर घोलने वालों को ट्रैक कर सबके सामने रखने के इरादे से 25 से अधिक पर्यावरण समूह एक साथ एक मंच पर आ गये हैं। और इनके साझा प्रयास से अब ये साफ़ हो रहा है कि दरअसल हमारी सांसों में ज़हर घोलने के लिए थर्मल पावर प्लांट काफ़ी हद तक ज़िम्मेदार हैं। दरअसल […]

Continue Reading

विशेषज्ञों का मानना है: जलवायु परिवर्तन से जुड़े हैं चक्रवाती तूफान निवार के तार

नई दिल्ली। कल रात पुडुचेरी के तटों से टकराता हुआ चक्रवाती तूफान निवार (Cyclone Nivar) आज उत्तर-पश्चिम की ओर फ़िलहाल रुख कर चुका है। लेकिन पुडुचेरी और तमिलनाडु में कई हिस्सों में लगातार बारिश का दौर जारी है और इस Nivar तूफ़ान ने इस क्षेत्र में काफी नुकसान पहुंचाया है। तमिलनाडु के एडिशनल चीफ सेक्रेट्री अतुल्य मिश्रा के मीडिया को दिए बयान के मुताबिक़, इस तूफान की वजह […]

Continue Reading

डब्लूएमओ की रिपोर्ट: लॉकडाउन से प्रदूषण तो कम हुआ पर ग्रीनहाउस गैसें अब भी लहरा रहीं परचम

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्लूएमओ) की आज जारी रिपोर्ट के अनुसार, कोविड-19 महामारी के कारण हुई औद्योगिक मंदी ने ग्रीनहाउस गैसों के रिकॉर्ड स्तर पर कोई अंकुश नहीं लगाया है। ये गैसें, जो वातावरण में गर्मी को बढ़ा रहीं हैं, अधिक चरम मौसम, बर्फ के पिघलने, समुद्र के स्तर में वृद्धि और महासागरीय अम्लीकरण के […]

Continue Reading