आखिर ऐसा क्यों होता है ? क्यों हम अपने विचार नहीं बदल पाते जबकि नये तथ्य हमारे सामने हों

प्रसिद्ध अर्थशास्त्री जेके गालब्रेथ ने एक बार कहा था कि अगर हमारे सामने कुछ ऐसे तथ्य हों जो हमारी स्थापित विचारधारा से अलग हों तो तथ्यों के बावजूद हमारी पहली कोशिश यह होती है कि हम अपने स्थापित विश्वासों को सही सिद्ध करने का प्रमाण ढूंढ़ने में जुट जाएं। यानी, हम तथ्य सामने होने पर […]

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