हिंदू धर्म का अद्वितीय तत्त्वज्ञान है श्रीमद्भगवद्गीता

भौतिक प्रकृति से उत्पन्न सत्व, रज तथा तम गुणों के कारण अविनाशी आत्मा शरीर से बंध जाती है और इन गुणों के कारण ही जीवात्मा अच्छी-बुरी योनियों में जन्म लेता है। सत्वगुणी व्यक्ति उत्तम कर्म कर स्वर्ग लोक में जाता है, तमोगुणी व्यक्ति नरक लोक में जाता है और इस प्रकार जन्म मृत्यु के चक्र […]

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गीता जयंती: जीवन के कुरुक्षेत्र पर विजय के लिए आज प्रत्येक व्यक्ति को आवश्यकता है गीतामृत की

जीवन का अर्थ बताने वाली महान ग्रंथ अर्थात श्रीमद्भगवद्गीता; हिंदू धर्म का अद्वितीय तत्त्वज्ञान अर्थात श्रीमद्भगवद्गीता; हिन्दू धर्म में भगवद गीता को सबसे पवित्र ग्रन्थ माना जाता है। गीता पर हाथ रखकर कोई भी हिंदू झूठ नहींं बोल सकता इसलिए न्यायालय (अदालत) में गीता पर हाथ रखकर शपथ दी जाती है । मार्गशीर्ष शुद्ध एकादशी […]

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