मह‍िला द‍िवस: इस पुरुष प्रधान समाज में अपने आपको खोजती महिलाएं

“एक जज का बेटा वकील है, और इस वकील का पिता एक इंस्पेक्टर है। फिर जज कौन है?” एक प्रशिक्षण कार्यशाला में जब यह सवाल पूछा गया तो कई प्रतिभागी जवाब देने में असमर्थ रहे। हमारे पित्रात्मक समाज में गहरी जड़ें जमा चुके जेंडर आधारित पूर्वाग्रह और रूढ़िवादिता के चलते शायद बहुतों ने यह सोचा […]

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क्रिकेट के जरिए लैंगिक समानता को बढ़ावा देगी ICC, यूनिसेफ के साथ किया गठजोड़

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ICC ने महिलाओं और लड़कियों के सशक्तिकरण तथा क्रिकेट के जरिए लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए यूनिसेफ के साथ गठजोड़ किया है। यह भागीदारी ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आगामी t20 विश्व कप से शुरू होगी जिसमें भाग लेने वाले सभी 16 देश ‘‘क्रिकेट 4 गुड कोचिंग क्लीनिक’’ का आयोजन करेंगे। […]

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लैंगिक असमानता तथा आर्थिक और सामाजिक विषमता से पार पाने का: एक अभिनव विचार!

भारत लैंगिक समानता के मोर्चे पर बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका , म्यांमार, भूटान देशों से भी ज्यादा पिछड़ा अनुसूचित जाति की महिलाएं शिक्षा के अभाव, आर्थिक नुकसान, सामाजिक अधिकार-सशक्तिकरण, घरेलू हिंसा भेदभाव झेलती हैं आर्थिक और सामाजिक गैर-बराबरी मानव जाति की सबसे बड़ी समस्या है, जिसकी उत्पत्ति विभिन्न सामाजिक समूहों के पुरुषों और उनकी महिलाओं के […]

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