गौरैया संरक्षण के लिए रजत सिनर्जी फाउंडेशन और जोसेफ बर्नहार्ट ने बनाए प्राकृतिक स्वरूप में घोंसले

वाराणसी: गौरैया विश्व के लगभग सभी देशों में पाई जाने वाली पक्षियों की सबसे पुरानी प्रजाति है। जो आज विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गई है, जैसे कि हम अपने कला, संस्कृति, संस्कार व परम्परा को संजोने के लिए प्रयत्नशील है। ये गौरैयां भी हमारी संस्कृति का हिस्सा है, जिसके संरक्षण की जरूरत है। […]

Continue Reading

अन्तराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस : रजत सिनर्जी फाउंडेशन ने गौरैया संरक्षण के लिए कला संग्रहालय को प्रदान किये बर्ड हाउस

वाराणसी। संग्रहालय सांस्कृतिक आदान-प्रदान, उनके विकास और संरक्षण के महत्वपूर्ण साधन हैं। जो किसी देश, समाज, सभ्यता की कला, संस्कृति एवं विचार को संजोने एवं प्रसारित करने का सुगम, सफल साधन है। वही गौरैया विश्व के लगभग सभी देशों में पाई जाने वाली पक्षियों की सबसे पुरानी प्रजाति है। जो आज विलुप्त होने के कगार […]

Continue Reading