बुढ़ापे का सफ़र-कैसा है सफ़र: आज का उनका दर्द और डर, कल बनेगा हमारा सरदर्द

गाँधी की गाँधी से महात्मा गाँधी बनने की उनकी यात्रा ने उनमें ज्ञान, अनुभव और नेतृत्व की वो ज्योति जलाई जिसनें भारत राष्ट्र की आज़ादी की संकल्पना को साकार कर दिया । नौजवान गाँधी ने नहीं, वरन बूढ़े होते गाँधी ने मात्र एक नारे, भारत छोड़ो के सहारे न केवल ब्रिटिश शासन को भारत छोड़ने […]

Continue Reading