सनातन तीर्थों का निजी प्रबंधन और कॉरपोरेटीकरण..

यह एक नया ट्रेंड चला है। प्राचीन तीर्थों के मंदिरों को, आधुनिक रूप से भव्य बनाकर, उनका लोकार्पण कर के, उन्हे किसी निजी एजेंसी को, उनकी व्यवस्था करने के लिए सौंप दिया जाय। क्या उन मंदिरों के ट्रस्ट इतने अक्षम प्रबंधक हैं कि, वे उन मंदिरों का रख रखाव भी ढंग से नहीं कर सकते। […]

Continue Reading