भक्ति धारा: उत्तराध्ययन सूत्र के प्रथम दिवस हुआ विनय सूत्र का वाचन

विनय धर्म का मूल है: राष्ट्र संत डा.मणिभद्र महाराज आगरा। राष्ट्र संत जैन मुनि डा.मणिभद्र महाराज ने कहा है कि विनय धर्म का मूल है। पूरा धर्म उसी पर आधारित है। जो व्यक्ति विनम्र नहीं होता, उसका हर जगह अपमान होता है। उससे सभी लोग घृणा करते हैं। विनम्र व्यक्ति को भगवान भी पसंद करते […]

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