भारत का एविएशन सेक्टर इन दिनों मुश्किल दौर से गुजर रहा है। पहले गो फर्स्ट एयरलाइन (Go First) दिवालिया प्रक्रिया में पहुंच गई तो अब एक और एयरलाइन परेशानी से घिर गई है। स्पाइसजेट क्रेडिट सुइस विवाद मामले में कोर्ट ने एयरलाइन को 18 जुलाई तक का वक्त दिया है। बुधवार को मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने स्पाइसजेट (SpiceJet) को 24 मिलियन डॉलर का सेटलमेंट अमाउंट मामले में बकाया रकम पेमेंट करने का आदेश दिया है।
कोर्ट ने स्पाइसजेट को क्रेडिट सुइस को सेटलमेंट अमाउंट भुगतान करने के लिए 18 जुलाई तक का वक्त दिया है। स्पाइसजेट ने इस विवाद को लेकर कोर्ट में सेटलमेंट अमाउंट चुकाने की अपनी प्रतिबद्धता को बार-बार दोहराया। वहीं क्रेडिट सुइस ने कहा कि स्पाइसजेट ने बकाया में से कुछ भुगतान किया है, लेकिन अभी भी 4.4 मिलियन डॉलर का भुगतान बाकी है।
क्या है मामला
स्पाइसजेट एयरलाइन और क्रेडिट सुइस के बीच विवाद की शुरुआत साल 2011 से हुई। विवाद एयरलाइन के अनपेड इंजन मैंटेनेंस और रिपेयर एग्रीमेंट से जुड़ा है। स्विस फर्म ने आरोप लगाया कि स्पाइसजेट ने 24 करोड़ डॉलर से अधिक के बिलों का भुगतान नहीं किया। जिसके बाद मामला साल 2013 में मद्रास हाईकोर्ट पहुंचा। वहां से होते हुए अब मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है। बकाया बिलों का भुगतान नहीं कर पाने पर स्विस फर्म ने एयरलाइन के खिलाफ वाइंडिंग-अप केस दायर किया था। क्रेडिट सुइस ने इसी साल 21 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट में स्पाइसजेट के खिलाफ अवमानना का मामला दायर किया था। स्विस फर्म ने कहा कि एयरलाइन ने तय समयसीमा के बाद भी 4.9 करोड़ डॉलर का बकाया भुगतान नहीं किया है।
दिवालिया होने की खबरों पर दी सफाई
गौरतलब है कि हाल ही में खबरें उठने लगी कि स्पाइसजेट दिवालिया होने के लिए आवेदन कर सकता है। ऐसी खबरें आते ही एयरलाइन ने सामने आकर सफाई देते हुए कहा कि उनकी ऐसी कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि उनका फोकस जमीन पर खड़े विमानों को फिर से ऑपरेशनल बनाने और कारोबार के विस्तार करने पर है।
दरअसल एयरक्राफ्ट लीज पर देने वाली एक कंपनी ने राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) के पास याचिका दाखिल करके स्पाइसजेट की दिवालिया प्रोसेस शुरू करने को कहा था। जिसके बाद एनसीएलटी ने कंपनी को नोटिस जारी किया। हालांकि अब कंपनी साफ कर चुकी है कि इसकी ऐसी कोई योजना नहीं है।
फिर से उड़ेंगी गो फर्स्ट के विमान
वहीं दूसरी तरफ दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही संकटग्रस्त एयरलाइन गो फर्स्ट ने अपने पायलटों को 27 मई तक फिर से काम पर लौटने को कहा है। कंपनी ने उड़ानें शुरू करने की योजना बनाई है। कंपनी ने मेमो जारी कर पायलटों ने कहा है कि वो तैयारी कर लें। गौरतलब है कि 3 मई से गो फर्स्ट की सभी उड़ानें रद्द हो गई है।पायलटों को रिफ्रेशर कोर्स के लिए 19 मई से ट्रेनिंग शुरू की जाएगी।
Compiled: up18 News
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.