इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में बोलते हुए स्मृति इरानी ने राहुल गांधी को दी नसीहत

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इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में पहुंचीं इरानी ने कहा कि हमारे देश में तो हर मां बच्चे को ये सिखाती है कि झगड़ा घर में करो, बाहर जाकर नहीं। राहुल गांधी ने क्या किया है? एक भारतीय के तौर पर मैं उसे बिल्कुल भी स्वीकार नहीं कर सकती हूं। जब भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, तब बाहर जाकर इस प्रकार के बयान दिए जाते हैं। स्मृति इरानी ने कहा कि राहुल गांधी खुद संसद से गायब रहते हैं, जिस पर क्या ही बोला जाए।

अल्पसंख्यक समाज पर क्या बोलीं स्मृति इरानी?

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में बातचीत के दौरान स्मृति इरानी से अल्पसंख्यक समाज को लेकर भी कई सवाल पूछे गए। समाज का एक वर्ग मानता है कि देश में अल्पसंख्यक समाज के मन में डर है, उसे कैसे दूर किया जाए, ये एक बड़ी चुनौती बन गया है। इस सवाल को इरानी ने खारिज करते हुए कहा कि कानून की नजरों में सभी समान हैं, ये समझना जरूरी है कि अल्पसंख्यक कोई सिर्फ एक धर्म के लिए नहीं है। इरानी ने कहा, ‘मैं तो ये भी मानती हूं कि कोई भी भारतीय अपने ही देश में अल्पसंख्यक कैसे हो सकता है। मैं वैसे ये जरूर कह सकती हूं कि हमारे प्रधानमंत्री ने पिछले 9 सालों में कोई ऐसा काम नहीं किया जिसमें किसी भी समुदाय की जरूरतों को नजरअंदाज किया गया हो।’

राहुल के इस बयान पर मचा है बवाल

लंदन की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि भारत में लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश हो रही है। राहुल ने कहा था कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। मेरे फोन में भी पेगासस था, मुझे अधिकारियों ने सलाह दी थी कि मैं फोन पर सावधानी से बात करूं, क्योंकि फोन की रिकॉर्डिंग की जा रही है। विपक्षी नेताओं पर केस किए जा रहे हैं। मेरे ऊपर कई मुकदमे किए गए हैं। साथ ही राहुल ने कहा था कि जब वह संसद में बोलते हैं तो उनका माइक बंद कर दिया जाता है।

Compiled: up18 News