अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने देश की दक्षिणपूर्व एशियाई नीति के तहत रविवार को थाईलैंड का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने थाईलैंड के विदेश मंत्री डॉन प्रेमदविना के साथ बैठक की.
बैठक से पहले दोनों नेताओं ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे के निधन पर कुछ देर के लिए मौन रखा. साथ ही उन्होंने म्यांमार में लोकतंत्र की स्थापना के तरीकों को लेकर भी बात की.
थाईलैंड एशिया में अमेरिका का पुराना सहयोगी है. दक्षिणपूर्व एशियाई देशों में चीन और अमेरिका अपना प्रभाव बढ़ाना चाहते हैं.
अमेरिकी विदेश मंत्री की यात्रा से पहले चीन के विदेश मंत्री वांग यी थाईलैंड के दौर पर पहुंचे थे. वांग यी ने दक्षिणपूर्व एशिया के दौरे पर चीन के बुनियादी ढांचे पर बढ़े स्तर पर निवेश की बात दोहराई.
वहीं, अमेरिका चीन को उसके अधिनायकवादी प्रशासन और बढ़ते तकनीकी और सैन्य संसाधनों के साथ अपना प्रबल वैश्विक प्रतिद्ंवद्वी मानता है.
हालांकि, दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की शनिवार को मुलाक़ात से पहले अमेरिका और चीन रिश्तों में थोड़ी नरमी आई थी.
एंटनी ब्लिंकन ने शनिवार रात को थाईलैंड के लिए उड़ान भरने से पहले कहा था कि चीन के विदेश मंत्री के साथ ‘ठोस’ बातचीत हुई. साथ ही कहा कि दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाएं अपने बीच की प्रतिस्पर्धा को हाथ से निकलने से पहले रोक लगाना चाहती हैं.
-एजेंसियां