बदजुबानी पर ओवैसी के विधायक से सिख समुदाय ने की माफी की मांग

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सिख समुदाय को लेकर अख्तरुल ईमान ने क्या कहा था?

दरअसल, किशनगंज में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी की मौजूदगी में विधायक अख्तरुल ईमान सीमांचल के पिछड़ेपन की बात कह रहे थे। इस दौरान जन सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘आप जान रहे हो कि पंजाब का पंजाबी, पंजाबी कुर्ता पहने, पगड़ी पहने हुए हमारे बुजुर्गों के पांव की धूल साफ करता था। इसलिए जिस बस में हम चढ़कर जाते थे, उस बस में सरदार जी खलासी और ड्राइवर हुआ करते थे। लेकिन आज कौन-सा दिन आ गया है कि हमारा बेटा कोई दिल्ली और पंजाब में आज जाता है।

पंजाबियों के होटल में नौकरी करने की मजबूरी हो गई है। 12 साल का बच्चा दिल्ली के होटलों में पोंछा मरता है। मां बिस्तर में बीमार है लेकिन पेट की आग है, दवा के पैसे नहीं, दिल्ली जाना उसकी मजबूरी है। मां की लाश को पड़ोसी दफनाता है।’

ओवैसी के विधायक से सिख समुदाय ने की माफी की मांग

शनिवार को अमौर के खाड़ी हाट में AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की मौजूदगी में बिहार प्रदेश अध्यक्ष सह AIMIM विधायक अख्तरुल ईमान ने बयान दिया था। सिख समुदाय पर दिया गया विवादित बयान तूल पकड़ता दिख रहा है। किशनगंज के सिख समुदाय में नाराजगी है। इसे लेकर सिख समुदाय ने रविवार शाम को गांधी चौक पर नाराजगी जाहिर की। अख्तरुल इमान से अपने बयान को वापस लेने की मांग की। माफी मांगने की भी डिमांड रखी।

सिख समुदाय के लोगों ने विधायक अख्तरुल इमान के बयान की निंदा की। उन्होंने कहा कि उनके पूर्वजों पर दिए गए बयान से, देश ही नहीं बल्कि विदेशों में रहने वाले सिख समुदाय के लोगों को भी गहरी ठेस पहुंची है। आक्रोशित सिख समुदाय के लोगों ने कहा कि विधायक अख्तरुल ईमान गुरुद्वारे में आकर, हमारे गुरु के आगे मत्था टेक कर माफी मांगें।

नाराजगी के बाद अख्तरुल ईमान ने की सिख समुदाय की तारीफ

हालांकि, सिख समुदाय की नाराजगी का पता लगने के बाद रविवार को ही किशनगंज में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अख्तरुल ईमान ने यू-टर्न लिया। शनिवार को अपने विवादित बयान के उलट रविवार को उन्होंने सिख समुदाय की तारीफ की। उन्होंने कहा कि सिख समुदाय मेहनती कौम है और किसी के आगे गर्दन झुकाने वाली कौम नहीं है। सिख भाइयों ने लड़ाई लड़ कर पंजाब को इतना मजबूत कर दिया है कि आज बिहार के लोग वहां मजदूरी करने जाते हैं। दरअसल, AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी दो दिवसीय सीमांचल दौरे पर थे। जिसे सीमांचल अधिकार यात्रा का नाम दिया गया था। इसी यात्रा के दौरान अमौर के खाड़ी घाट में जनसभा आयोजित की गई थी।

Compiled: up18 News