बिहार के किशनगंज जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां छिपे हुए खजाने के लालच में परिवार ही बुजुर्ग की जान का दुश्मन बन बैठा। परिवार के सदस्य स्थानीय ओझा-गुनी की बातों में आ गए। उन्होंने खजाने के लालच में आकर बुजुर्ग पर पेट्रोल डालकर कथित तौर पर जिंदा जला दिया। घटना जिले के बहादुरगंज थाना क्षेत्र के दुलाली गांव की है। मृतक की पहचान 62 वर्षीय मोहम्मद कलीमुद्दीन के रूप में हुई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
मानसिक रूप से बीमार दिखाई दे रहे परिवार के सदस्य: पुलिस
बहादुरगंज पुलिस स्टेशन की सब-इंस्पेक्टर पुष्प कुमारी ने इसे अंधविश्वास का मामला बताता। पुष्पा कुमारी ने कहा कि पूछताछ में मृतक मोहम्मद कलीमुद्दी के एक बेटे ने हमें बताया कि उन्होंने उसे जला दिया क्योंकि इससे उनका घर सोने और कीमती गहनों से भर जाएगा। सब इंस्पेक्टर ने कहा कि मृतक के परिवार के सभी सदस्य मानसिक रूप से बीमार दिखाई दिए हैं।
ओझा-गुनी के जाल में फंसे थे मृतक के परिवार के सदस्य
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि मृतक के परिवार के सदस्य एक स्थानीय ओझा-गुनी के जाल में फंस गए थे। ओझा-गुनी ने उन्हें बताया कि कलीमुद्दीन के पास सोने और कीमती गहनों से भरा एक छिपा खजाना है। इसके बाद घर के लोग बुजुर्ग कलीमुद्दीन पर उस जगह के बारे में बताने का दबाव डालते रहे जहां, उसने खजाना छिपाया था। जब कलीमुद्दीन ने बार-बार इस बारे में कोई जानकारी होने से इंकार किया, तो उसके परिवार के सदस्य गुस्से में आ गए।
पुराने कपड़ों में बुजुर्ग को लपेटा और पेट्रोल डाल आग लगा दी: पुलिस
पुलिस अधिकारी के मुताबिक गुस्से में आए परिवार के सदस्यों ने कलीमुद्दीन को पुराने कपड़ों में लपेटा और पेट्रोल डालकर आग लगा दी। आग लगते ही कलीमुद्दी की चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। पुलिस जांच कर रही है।
Compiled: up18 News
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