अवामी मुस्लिम लीग के नेता शेख़ रशीद ने कराची में शनिवार रात को एक जलसे में कहा कि इमरान ख़ान से चार महीने पहले कहा गया था कि इमरजेंसी लगा दो, असेंबलियां तोड़ दो और गवर्नर राज लगा दो.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने बीती रात कराची में एक बड़ी रैली को संबोधित किया था जिसमें उनके मंत्रिमंडल के पूर्व मंत्री शेख़ रशीद भी मौजूद थे.
शेख़ रशीद ने कहा कि 20 मई से पहले इमरान ख़ान से कहा गया था कि उनकी सरकार को ख़त्म कर दिया जाएगा.
उनका कहना था कि ‘मैं पाकिस्तानी फ़ौज से आख़िरी जुमला कहना चाहता हूं कि देखो हम तुम्हारे साथ हैं.’
इसके बाद उन्होंने लोगों से कहा कि वो पाकिस्तान के झंडे लहराएं. शेख़ रशीद ने कहा कि अगर इमरान ख़ान को ‘वापस न लाए’ तो जेलें भर देंगे.
इमरान ने पूछा, मैंने क्या जुर्म किया था
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और तहरीक-ए-इंसाफ़ के प्रमुख इमरान ख़ान ने शनिवार की रात कराची में रैली की.
बाग़-ए-जिन्ना में हुई रैली में उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत यह कहते हुए की कि आज वो यहां लोगों से बड़ी ख़ास बात करना चाहते हैं.
उन्होंने भीड़ से कहा कि ये उनके बच्चों के भविष्य से संबंधित है और ये मुद्दा सिर्फ़ तहरीक-ए-इंसाफ़ का नहीं बल्कि पूरे पाकिस्तान का है.
इमरान ख़ान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले से उन्हें बड़ी तकलीफ़ हुई है.
“हमने सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला मान लिया मगर हमारे हाथ बंध गए, यहां तक कह दिया गया कि किस वक़्त वोटिंग की जानी है.”
उन्होंने कहा, “मैंने क्या जुर्म किया था कि रात को 12 बजे अदालतें लगाई गईं.”
इमरान ख़ान ने न्यायपालिका से सवाल किया कि ‘जब राजनेताओं की ख़रीद-फ़रोख़्त की मंडी लगी हुई थी तो न्यायपालिका को क्या ख़ुद नोटिस नहीं लेना चाहिए था?’
-एजेंसियां