आगरा: बीबीएम निधि प्रा. लि. कंपनी के दफ्तर पर लटका ताला देख निवेशकों के उड़े होश, डायरेक्टर फरार, सैकड़ों लोगों के लाखों रुपये फंसे

स्थानीय समाचार

आगरा: बाह में बीबीएम निधि प्राइवेट लिमिटेड कंपनी अपने सैकड़ो खाता धारकों के लाखों रुपए डकार गई है और कंपनी के डायरेक्टर अपने दफ्तर को रातों रात खाली कर फरार हो गया। जिससे उपभोक्ताओं की नींद उड़ गई है। अब उपभोक्ताओं को अपने फंसे हुए लाखों रुपए डूबने की आशंका सता रही है। उपभोक्ता पिछले कई दिनों से पैसों की मांग करते हुए डायरेक्टर के घर चक्कर काट रहे हैं। चक्कर काटने के बाद भी किसी को भी एक रुपया नहीं मिला। जिस पर एकत्र हुए सभी उपभोक्ताओं ने एसएसपी आगरा व थाना बाह में लिखित शिकायत करते हुए आरोपियों खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए पैसा वापस दिलवाये जाने की गुहार लगाई है।

थाना पिनाहट क्षेत्र के कस्बा भदरौली निवासी उमेश कुमार व जितेंद्र कुमार पिप्पल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार व थाना प्रभारी बाह संजीव शर्मा को एक लिखित प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि मंजेश यादव पुत्र पंचम सिंह यादव निवासी नगूपुरा थाना पिढौरा,अनिल परिहार पुत्र राजवीर सिंह परिहार निवासी विजयगढी थाना पिढौरा बृजेश कुमार यादव पुत्र सुगर सिंह निवासी किन्दर पुरा थाना बाह ने कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत स्टेट बैंक बाह के सामने सन 2017 में बीबीएम निधि लिमिटेड कंपनी के नाम से कार्यालय खोला था। उक्त सभी लोग उस संस्था डायरेक्टर है।

उपभोक्ताओं ने एसएसपी आगरा व थाना बाह में लिखित शिकायत करते हुए आरोपियों खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए पैसा वापस दिलवाये जाने की गुहार लगाई है।
उपभोक्ताओं ने एसएसपी आगरा व थाना बाह में लिखित शिकायत करते हुए आरोपियों खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए पैसा वापस दिलवाये जाने की गुहार लगाई है।

उक्त सभी लोगों ने क़स्बा भदरौली व ज़रार के दुकानदारों व फुटपाथों पर रेड्डी लगाने वाले गरीब लोगों को लुभावाने ऊंचे—ऊंचे सपने दिखाकर बचत खाते खुलवाकर ग्राहकों से लाखों रुपये जमा करा लिए। ग्राहकों की आईडी पूरी जमा हो जाने पर समय सीमा पर भुगतान करने पर आफिस बंद कर दिया है। ग्राहक आफिस के चक्कर लगा लगाकर थक गयें हैं। संस्था के एजेंट उमेश कुमार व जितेंद्र पिप्पल ने एसएसपी आगरा व कोतवाल बाह से बीबीएम निधि लिमिटेड के डायरेक्टर मंजेश यादव व अनिल परिहार के खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर ग्राहकों के बचत खाते में जमा 15 लाख 50 हजार रुपये वापस दिलवाये जाने की मांग की है।

पीड़ित शिकायत कर्ताओ में जितेन्द्र कुमार, उमेश कुमार, धर्मेन्द्र तौमर, राजवीर सविता, मनोज राठौर, अम्बेश, उर्मिला देवी, श्याम बाबू, नरेंद्र वर्मा, श्याम सुंदर प्रजापति, भारत सिंह, कालीचरन औझा, कन्हैया, सोनू सक्सेना आदि लोग मौजूद रहे।