आगरा: ताजमहल पर सफाई व्यवस्था ठप, सफाई कर्मचारी हड़ताल पर, सैलरी न देने का आरोप

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आगरा: ताजमहल और उसके आसपास की सफाई व्यवस्था बनी रहे, इसको लेकर नगर निगम ने सफाई व्यवस्था का कार्य एक प्राइवेट कंपनी को सौंपा है। लेकिन प्राइवेट कंपनी भी इस कार्य को अच्छी तरीके से नहीं कर पा रही है। प्राइवेट कंपनी अपने कर्मचारियों को सैलरी नहीं दे रही है, जिसके चलते अब इन सफाई कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को इस प्राइवेट कंपनी के लगभग डेढ़ सौ कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी और धरना शुरू कर दिया। साथ ही ऐलान किया कि जब तक उन्हें सैलरी नहीं मिलेगी, वह किसी भी तरह का सफाई कार्य नहीं करेंगे।

मोहब्बत की निशानी ताजमहल को निहारने के लिए देश-विदेश से पर्यटक आते है लेकिन ताजमहल और उसके आसपास की सफाई व्यवस्था प्रॉपर ना होने के कारण विश्व भर में आगरा की छवि धूमिल होती थी। इसीलिए नगर निगम ने ताजमहल और उसके आसपास के क्षेत्र की सफाई व्यवस्था का जिम्मा एक प्राइवेट कंपनी को सौंपा । लेकिन अब प्राइवेट कंपनी के सफाई कर्मचारियों ने सैलरी न मिलने के कारण इस क्षेत्र की सफाई व्यवस्था को ठप कर दिया है।

दिल्ली की निजी कंपनी है लायंस सर्विस लिमिटेड

ताजगंज क्षेत्र में सफाई व्यवस्था के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली की निजी कंपनी लायंस सर्विस लिमिटेड और नगर निगम का एग्रीमेंट है। कंपनी के कर्मचारी पूरे ताजगंज क्षेत्र की सफाई व्यवस्था सम्भालते हैं। ताजमहल के आस-पास और यमुना के घाटों की सफाई भी निजी कंपनी के हाथों में है।

सैलरी न मिलने से नाराज हैं कर्मचारी

कर्मचारी राहुल के मुताबिक सर्दी, गर्मी और बरसात हर मौसम में हम दिन भर काम करते हैं। इसके बावजूद 6 माह से उन्हें टाइम पर तनख्वाह नहीं मिल रही है। कंपनी आश्वासन देती है और दो से तीन माह बाद तनख्वाह दी जाती है वो भी आधी-अधूरी मिलती है।

परेशानी की शिकायत पर मिलती है धमकी

सही समय पर तनख्वाह न मिलने पर कर्मचारी पैसा लेकर कर्जदार हो रहे हैं। राशन वाले, दूध वाले घर के चक्कर लगा रहे हैं। कंपनी में अगर दबाव बनाओ तो सीधा नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती है। गाड़ी चालक से लेकर सफाईकर्मी तक सभी को यही परेशानी है। इस माह की 15 तारीख को तनख्वाह मिलनी चाहिए और आज तक नहीं मिली है। जब तक तनख्वाह नहीं मिलेगी हम हड़ताल पर रहेंगे।

कर्मचारी खबर लिखे जाने तक पुरानी मंडी चौराहे पर धरना दे रहे थे और नगर निगम व कंपनी के अधिकारी उनसे बातचीत कर हड़ताल रुकवाने का प्रयास कर रहे थे।