अमर संस्कृति का वट वृक्ष है संघ, नागपुर में पीएम मोदी बोले- हम देव से देश, राम से राष्ट्र का मंत्र लेकर चल रहे

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नागपुर के अपने दौरे में भारत पर हुए विदेशी आक्रांताओं के हमलों का जिक्र किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की संस्कृति को मिटाने के लिए क्रूर कोशिश की गई लेकिन ऐसा संभव नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज वट वृक्ष बन चुका है। पीएम मोदी ने माधव नेत्रालय के विस्तारित बिल्डिंग की आधारशिला रखने के मौके पर कहा कि राष्ट्र यज्ञ के इस पावन अनुष्ठान में मुझे आज यहां आने का सौभाग्य मिला है। प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे वक्त पर आया है जब महाराष्ट्र के मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग चल रही है।

पीएम बोले, आज विशेष दिन है

पीएम मोदी ने कहा कि आज चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का ये दिन बहुत विशेष है। आज से नवरात्रि का पवित्र पर्व शुरू हो रहा है। देश के अलग अलग कोनों में आज गुड़ी पड़वा, उगादी और नवरेह त्योहार भी मनाया जा रहा है। आज भगवान झूलेलाल जी और गुरु अंगद देव जी का अवतरण दिवस भी है। ये हमारे प्रेरणापुंज परम पूज्यनीय डॉ साहब की जयंती का भी अवसर है। इसी साल आरएसएस की गौरवशाली यात्रा का 100 वर्ष भी पूरे हो रहे हैं।

आज इस अवसर पर मुझे स्मृति मंदिर जाकर पूज्य डॉ. साहब और पूज्य गुरुजी को श्रद्धांजिल अर्पित करने का सौभाग्य मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘लाल किले से मैंने सबके प्रयास की बात कही थी। आज स्वास्थ्य के क्षेत्र में देश जिस तरह काम कर रहा है, माधव नेत्रालय उन प्रयासों को बढ़ा रहा है। देश के सभी नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें यह हमारी प्राथमिकता है।

देश में गरीब से गरीब व्यक्ति को भी अच्छे से अच्छा इलाज मिले, कोई भी देशवासी जीवन जीने की गरिमा से वंचित ना रहे, अपना जीवन देश के लिए दे चुके बुजुर्गों को इलाज की चिंता सताती ना रहे, यह सरकार की नीति है इसलिए आयुष्मान भारत के कारण आज करोड़ों लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। बीते 10 साल में गांवों में लाखों आयुष्मान आरोग्य मंदिर बने हैं। जहां से लोगों को देश के सर्वश्रेष्ठ डॉक्टरों से टेलीमेडिसिन से कंसल्टेशन मिलता है, प्राथमिक इलाज मिलता है और आगे के लिए सहायता होती है। उन्हें रोगों की जांच के लिए सैकड़ों किलोमीटर दूर नहीं जाना पड़ रहा है।’

उन्होंने कहा कि संघ सेवा के इस पवित्र तीर्थ नागपुर में आज हम एक संकल्प की सेवा विस्तार के साक्षी बन रहे हैं। अभी हमने माधव नेत्रालय के कुल गीत में सुना, अध्यात्म, ज्ञान, गौरव गुरुता का ये अद्भुत विद्यालय है, मानवतारत है ये सेवा मंदिर कण कण में देवालय है। माधव नेत्रालय एक ऐसा संस्थान है जो अनेक दशकों से पूज्य गुरूजी के आदर्शों पर लाखों लोगों की सेवा कर रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि जब प्रयासों के दौरान मैं नहीं हम का ध्यान होता है, जब राष्ट्र प्रथम की भावना सर्वोपरि होती है, जब नीतियों में, निर्णयों में देश के लोगों का हित ही सबसे बड़ा होता है, तो सर्वत्र उसका प्रभाव भी नजर आता है। आज हम देख रहे हैं कि भारत कैसे गुलामी की मानसिकता को तोड़ कर आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि दुनिया में कहीं भी प्राकृतिक आपदा हो, भारत पूरे मनोयोग से सेवा के लिए खड़ा होता है। म्यांमार में इतना बड़ा भूकंप आया है, भारत ऑपरेशन ब्रह्मा के साथ वहां के लोगों की मदद के लिए सबसे पहले पहुंच गया है। जब तुर्किए में भूकंप आया, जब नेपाल में भूकंप आया, जब मॉलदीव्स में पानी का संकट आया, भारत ने मदद करने में घड़ी भर की भी देर नहीं लगाई। युद्ध जैसे हालातों में हम दूसरे देशों के नागरिकों को भी सुरक्षित निकालकर लाते हैं। दुनिया देख रही है भारत आज जब प्रगति कर रहा है, तो पूरे ग्लोबल साउथ की आवाज़ भी बन रहा है। विश्व-बंधु की ये भावना… हमारे ही संस्कारों का विस्तार है।

एम्स की संख्या दोगुनी की

पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा कि उनकी सरकार ने मेडिकल कॉलेजों के साथ एम्स की संख्या भी दोगुनी की है। पीएम मोदी ने कहा मेडिकल की सीटें भी बढ़ी हैं। पीएम मोदी ने कहा कि उनकी कोशिश है गरीब का बच्चा भी डॉक्टर बन सके। इसलिए विद्यार्थियों को अपनी मातृभाषा में डॉक्टर बनने की सुविधा उपलब्ध कराई है।

पीएम मोदी ने कहा कि उनकी कोशिश है कि देश में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार हो। ये सेवाएं भी को सुलभ हों। पीएम मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत के कारण आज करोड़ों लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। हजारों जन-औषधि केंद्र देश के गरीबों को, मध्यम वर्गीय परिवारों को सस्ती दवाएं दे रहे हैं। इससे देशवासियों के हजारों करोड़ रुपए बच रहे हैं।

क्या बोले संघ प्रमुख?

पीएम मोदी से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि आज योग है कि डॉक्टर साहब (संघ प्रमुख डॉ हेडगेवार) का जन्मदिन और चैत्र नवरात्रि की शुरुआत है। डॉक्टर साहब का जब जन्म हुआ तो वह रविवार का ही दिन था। उनके बाद जिन्होंने संघ की बागडोर संभाली पूज्य गुरुजी। उनके नाम पर चल रहे प्रकल्प का कार्यक्रम और प्रधानमंत्री जी का यहां पर उपस्थित होना। सारे शुभ योग हैं। जब ये सारे शुभ योग एकत्रित हैं। जब ये सारे शुभ योग एकत्रित होते हैं तो उसके लिए तपस्या करनी पड़ती है। माधव नेत्रालय के कार्यकार्ताओं की तपस्या के हम सभी साक्षी हैं। तपस्या से पुण्य अर्जित होता है पुण्य से फल मिला है। वह फल अपने लिए न रखते हुए उसका प्रयोग लोक कल्याण के लिए करना। इसके पीछे जो प्रेरणा है। वह संघ विचार की प्रेरणा है। डेढ़ लाख के ऊपर स्वयंसेवकों के काम चल रहे हैं।

उन्होंने अपने संबोधन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और इसके स्वयंसेवकों को जमकर सराहा। उन्होंने कहा कि अगले ही महीने संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी की जयंती भी है। आज मैं दीक्षाभूमि पर बाबा साहेब को नमन किया है और उनका आशीर्वाद भी लिया है। मैं इन विभूतियों को नमन करते हुए देशवासियों को नवरात्रि और सभी पर्वों की बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

-साभार सहित