यूपी के सहारनपुर में भाजपा नेता ने पत्नी और तीन बच्चों के सिर में गोली मारी, तीनों बच्चों की मौत

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सहारनपुर। सहारनपुर के सांगाठेड़ा में पत्नी और तीन बच्चों को गोली मारने के बाद आरोपी योगेश रोहिला ने एसएसपी को फोन किया। आरोपी ने फोन पर कहा कि मैंने पत्नी और बच्चों को गोली मार दी है, आकर उठा लो, नहीं तो मैं खुद को भी गोली मार दूंगा। इतना सुनते ही पुलिस अधिकारियों के भी हाथ-पैर फूल गए। सबसे पहले एसओ, उसके बाद सीओ और फिर एसएसपी भी मौके पर पहुंच गए।

पुलिस को डर था कि इतनी बड़ी वारदात करने के बाद जो आरोपी इस तरह फोन कर रहा है वह कुछ भी कर सकता है। पुलिस जब वहां पहुंची तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। योगेश की पत्नी नेहा और दोनों बेटे जमीन पर खून से लथपथ हालत में पड़े तड़प रहे थे, जबकि बेटी श्रद्धा की मौत हो चुकी थी। उनके पास ही आरोपी योगेश हाथ में पिस्टल लेकर बैठा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

घर के बाहर परिजन भी मौजूद थे, लेकिन जब तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची तब तक कोई भी उनके पास नहीं जा सका। डर था कि यदि उन्होंने घायलों को उठाने का प्रयास किया तो कभी उन्हें भी गोली न मार दे। पुलिस जांच में आया है कि घर में ही योगेश की अपनी पत्नी नेहा से बहस हुई, जिसके बाद उसने लाइसेंसी पिस्टल उठाई। नेहा घबराकर पीछे हट गई। बताया जा रहा है कि उसने हाथ जोड़कर कहा कि योगेश क्या कर रहे हो। मुझे मत मारो, बच्चों का ख्याल करो, लेकिन योगेश पर जैसे खून सवार था। अगले ही पल उसने नेहा की कनपटी पर गोली मार दी, जिससे वह खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़ी।

जिस पिस्टल से योगेश रोहिला ने अपनी पत्नी नेहा, बेटी श्रद्धा, बेटे देवांश व शिवांश को गोली मारी है, उसका लाइसेंस करीब 13 साल पहले लिया था। 2013 में अपने नाम से ही पिस्टल का लाइसेंस नाम कराया था। वह पिस्टल को ज्यादातर अपने पास ही रखता था। बताया जा रहा है कि पिछले करीब दो माह से पत्नी को परेशान कर रहा था।

पहले शिवांश, फिर लाए गए देवांश

एसबीडी जिला अस्पताल की इमरजेंसी में सबसे पहले एंबुलेंस से शिवांश पहुंचा। उसके बाद देवांश और उसकी मां नेहा को लाया गया। चिकित्सकों ने चेक किया तो देवांश व शिवांश को मृत घोषित कर दिया, जबकि नेहा की सांस चलती मिली। इसके बाद चिकित्सकों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। रेफर करने के लिए एएलएस एंबुलेंस को बुलाने के लिए कहा, लेकिन एएलएस एंबुलेंस वीआईपी कार्यक्रम के चलते नहीं आई। इसलिए बाद में नेहा को 108 एंबुलेंस से ही राजकीय मेडिकल कॉलेज भेजा गया।

गांव में योगेश रोहिला ने घर के पास ही कैंप कार्यालय बना रखा था। कैंप कार्यालय को देखने से लगता है कि उसके ठाठ-बाट किसी विधायक, सांसद या मंत्री से कम नहीं थे। कार्यालय के अंदर तमाम बड़े नेताओं के फोटोग्राफ लगे हुए थे। उसने बुलेट और बोलेरो गाड़ी भी ले रखी थी। उसके साथ गाड़ी का ड्राइवर और डायरी लेकर चलने वाला सहायक भी मौजूद रहता था। उसके पास एक लाइसेंसी रिवाल्वर था। उसी लाइसेंसी रिवाल्वर की दो मैगजीन से उसने अपनी पत्नी और बच्चों को गोलियां मारी।

भाजपा नेता ने पत्नी और तीन बच्चों के सिर में गोली मारी, तीनों बच्चों की मौत

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के गंगोह के सांगाठेड़ा गांव में दिल दहला देने वाली वारदात हुई। भाजपा नेता योगेश रोहिला ने अपनी पत्नी और तीन बच्चों के सिर में लाइसेंसी पिस्टल सटाकर गोली मार दी। इसमें श्रद्धा (8), देवांश (7) और शिवांश (4) की मौत हो गई, जबकि पत्नी नेहा (32) मेडिकल कॉलेज में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है।योगेश ने खुद फोन करके पुलिस को वारदात की सूचना दी। पुलिस ने घर पहुंच कर उसे गिरफ्तार कर लिया। अभी तक जांच में सामने आया है कि आरोपी को अपनी पत्नी के चरित्र पर शक था, जिसके चलते इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया।

योगेश रोहिला भाजपा में जिला कार्यसमिति का सदस्य है। दोपहर करीब डेढ़ बजे योगेश बाहर से आया और घर में जाकर कमरे का दरवाजा बंद कर लिया। करीब दो बजे कमरे से एक के बाद एक कई गोलियों की आवाज सुनाई दी। इस पर उसी मकान के दूसरे हिस्से में रहने वाली योगेश की चाची मीना व अन्य परिजनों ने दरवाजा खटखटाया

योगेश ने दरवाजा खोला और तेज आवाज में कहा कि मैंने पत्नी और तीनों बच्चों को गोली मार दी। यह सुनते ही परिजन हैरान रह गए। उन्होंने अंदर जाकर देखा तो वहां चारों खून से लथपथ हालत में पड़े थे। श्रद्धा की मौत हो चुकी थी, जबकि पत्नी और अन्य दोनों बच्चे तड़प रहे थे। सभी के सिर में गोली मारी गई थी। इसी दौरान आरोपी ने एसएसपी, सीओ और कोतवाल को भी फोन कर कहा कि मैंने परिवार को मार दिया है।

मैं खुद को भी गोली मार लूंगा, जल्दी आइए। पता चलते ही एसएसपी रोहित सिंह सजवाण और एसपी देहात सागर जैन समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने आरोपी को मौके पर ही पकड़ लिया। लाइसेंसी पिस्टल को भी जब्त कर लिया गया है। घायलों को जिला अस्पताल में लाया गया, जहां शिवांश और देवांश की भी मौत हो गई। नेहा को मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।

पुलिस पूछताछ में हत्यारोपी योगेश ने बताया कि उसे छोटे बेटे शिवांश को लेकर भी शक था कि वह उसका नहीं है। इसलिए वह डीएनए जांच कराना चाहता था। इसे लेकर भी कई बार पत्नी के साथ बहस हुई। आरोपी ने यह भी बताया कि उसे डर था कि पत्नी उसे जहर देकर मार सकती है। इसलिए उसने पहले ही यह कदम उठा लिया। हालांकि पत्नी और तीन बच्चों को गोली मारने के बाद हत्यारोपी योगेश के चेहरे पर किसी तरह की शिकन नहीं थी। चेहरा देखकर ऐसा लग रहा था कि उसने कुछ किया ही नहीं। जब पुलिस उसे गिरफ्तार कर थाने लेकर पहुंची, तब वह जाकर गुमशुम बैठ गया। पुलिसकर्मियों से बोला कि गलत हो गया है।

कैराना निवासी रजनीश की तहरीर पर गंगोह पुलिस ने हत्यारोपी जीजा योगेश के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। भाई रजनीश का कहना है कि जीजा ने मेरी बहन के सिर में गोली मारी। इसके साथ ही बहन के बच्चों को भी गोली मारकर मौत के घाट उतारा गया। रजनीश ने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है।

तीनों बच्चों का देर शाम तक पोस्टमार्टम नहीं हुआ था। शवों को मोर्चरी में रखने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम की तैयारी की। पता लगने पर परिजन जिला अस्पताल व पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। पत्नी नेहा की हालत गंभीर बनी हुई है, जिसे चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है।

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