सचिन पायलट का अपनी ही सरकार के खिलाफ एक दिन का अनशन खत्म, बोले- मैंने जो मांगे उठाई हैं उन पर कार्रवाई होगी

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राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट का अपनी ही सरकार के खिलाफ एक दिन का अनशन 5 घंटे में ही खत्म हो गया। मंगलवार शाम करीब पौने 4 बजे समर्थकों ने मिठाई खिलाकर पायलट का अनशन तुड़वाया।

अनशन खत्म होने के बाद पायलट ने कहा– मैंने सिर्फ करप्शन पर कार्रवाई के मकसद से अनशन रखा था। यदि बात संगठन की होती तो मैं संगठन से बात करता। साल भर से मैं मुख्यमंत्री से मांग कर रहा था।

पायलट ने कहा कि करप्शन के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी रही है तो कार्रवाई भी होनी चाहिए। मुझे उम्मीद है कि कार्रवाई जरूर होगी। करप्शन के खिलाफ हमारा संघर्ष जारी रहेगा, हम चाहते हैं कि देश और प्रदेश में स्वच्छ राजनीति हो।

सचिन पायलट ने अनशन खत्म कर दिया है। अनशन के बाद सचिन पायलट बोले-सीएम को दो बार मेरे पत्र लिखने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। विपक्ष में रहते हुए हमने पिछली वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार और घोटालों के खिलाफ आंदोलन किया था। 4 साल में कार्रवाई की उम्मीद थी, लेकिन नहीं हुई। लेकिन अब मैं उम्मीद करता हूं, कार्रवाई होगी ।

अनशन के दौरान लगाए गए बड़े पोस्टर पर सिर्फ महात्मा गांधी की तस्वीर लगाई गई। इस पोस्टर पर सोनिया गांधी, डॉ. मनमोहन सिंह सहित किसी भी नेताओं को स्थान नहीं दिया गया। कांग्रेस के चुनाव चिह्न हाथ का इस्तेमाल भी नहीं किया गया।

ऐसे तो सचिन पायलट का यह अनशन वसुधंरा राजे के खिलाफ जांच को लेकर था। यह जगजाहिर है कि सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच कई सालों से अनबन चल रही है। पायलट को राज्य सरकार और संगठन में कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी जा रही। ऐसे में राजे के शासन में हुए भ्रष्टाचार के मुद्दों को उठाते हुए पायलट ने अपनी ही पार्टी के मुखिया के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। पार्टी के केंद्रीय नेताओं ने सचिन पायलट के इस कदम को गलत बताया है।