रूस और यूक्रेन के बीच नाटो की सदस्यता को लेकर तनाव और बढ़ता जा रहा है। रूस के 100 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद यूक्रेन ने उत्तर अटलांटिक संधि संगठन में शामिल होने के लिए आवेदन दिया है। इस बीच अब रूस ने धमकी दी है कि अगर यूक्रेन को नाटो में शामिल किया गया तो इससे तीसरा विश्वयुद्ध भड़क सकता है। इस बीच रूस के भीषण हमलों का दौर जारी है और राजधानी कीव को ईरान के आत्मघाती ड्रोन ने निशाना बनाया है। इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी प्रत्येक हथियार के इस्तेमाल की धमकी देकर परमाणु हमले की आशंका को बढ़ा दिया था।
रूस के सुरक्षा परिषद के उप सचिव अलेक्जेंडर वेनेडिकतोव ने कहा, ‘यूक्रेन को पूरी तरह से पता है कि इस तरह के एक कदम से इस बात की गारंटी है कि तीसरा विश्वयुद्ध भड़क सकता है।’ उन्होंने यह भी कहा कि रूस का मानना है कि यूक्रेन की मदद करना यह दर्शाता है कि पश्चिमी देश इस संघर्ष का प्रत्यक्ष रूप से हिस्सा हैं। अलेक्जेंडर वेनेडिकतोव की यह धमकी ऐसे समय पर आई जब संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक प्रस्ताव पारित हुआ है जिसमें कहा गया है कि रूस की ओर से यूक्रेन के क्षेत्र को काटकर अपने में मिलाना ‘अवैध’ है।
‘यूक्रेन को और ज्यादा सैन्य सहायता और एयर डिफेंस सिस्टम देंगे’
इस बीच नाटो देशों ने ऐलान किया है कि वे यूक्रेन को और ज्यादा सैन्य सहायता और एयर डिफेंस सिस्टम देंगे ताकि वह रूसी हमलों का सामना कर पाए। यह भी कहा जा रहा है कि यूक्रेन को अमेरिका अपना पेट्रियाट मिसाइल डिफेंस सिस्टम दे सकता है जो उसने ताइवान को भी दे रखा है। इस बीच पूरे यूक्रेन में रूसी मिसाइल हमलों के मद्देनजर, देश के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने मास्को के खिलाफ नए प्रतिबंधों का आह्रान किया है। उन्होंने यूक्रेन के घटनाक्रम पर मंगलवार को एक आपात बैठक के दौरान जी-7 नेताओं को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की।
कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका के गुट को संबोधित करते हुए जेलेंस्की ने कहा, ‘आतंक की ऐसी नई लहर के लिए रूस के लिए जिम्मेदारी की एक नई लहर होनी चाहिए। आतंकवादी राज्य को इस विचार से भी वंचित होना चाहिए कि आतंक की कोई भी लहर कुछ भी ला सकती है।’ उन्होंने आगे कहा कि, ‘पूरे जी7 और लोकतांत्रिक दुनिया के स्तर पर, हमें जवाब देना चाहिए। जब रूस हमारे देशों के ऊर्जा क्षेत्र और ऊर्जा स्थिरता पर हमला करता है, तो हमें प्रतिबंधों के साथ इसके ऊर्जा क्षेत्र को अवरुद्ध करना चाहिए, इसकी स्थिरता को तोड़ना चाहिए।
‘रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ कोई बातचीत नहीं’
जेलेंस्की ने स्पष्ट तथ्य पर भी जोर दिया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ कोई बातचीत नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा, ‘वार्ता या तो रूस के किसी अन्य प्रमुख के साथ हो सकती है ताकि आतंकवादी को महत्वपूर्ण निर्णयों को प्रभावित करने का अवसर न मिले।’
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, ‘अब एक व्यक्ति शांति को रोक रहा है और यह व्यक्ति मास्को में है।’ यूक्रेनी नेता के आह्वान पर प्रतिक्रिया देते हुए, ‘जी7 नेताओं ने एक संयुक्त बयान में मिसाइल हमलों की कड़ी से कड़ी निंदा की।’ यह बैठक तब हुई जब सोमवार और मंगलवार को देश भर में रूसी मिसाइलों के हमले में कम से कम 19 लोग मारे गए और सैकड़ों अन्य घायल हो गए।
-एजेंसी
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