इंडोनेशिया के बाली में होने वाले जी-20 देशों के सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हिस्सा नहीं लेंगे. जी-20 देशों का सम्मेलन अगले सप्ताह से शुरू होने वाला है.
जकार्ता में अधिकारियों का कहना है कि रूसी सरकार की तरफ से राष्ट्रपति की जगह देश के विदेश मंत्री सर्गेई लैवरॉफ़ सम्मेलन में शिरकत करेंगे.
माना जा रहा है कि रूसी राष्ट्रपति अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और दूसरे राष्ट्राध्यक्षों से मुलाक़ात टालना चाहते हैं.
अमेरिकी मध्यावधि चुनावों में मतदान के बाद जो बाइडन ने संवाददाताओं से कहा था कि वो इस सम्मेलन में शामिल होने वाले हैं और इस दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाक़ात करेंगे.
उन्होंने कहा कि दोनों मुल्कों के बीच तनाव कम करने को लेकर वो जिनपिंग से बात करना चाहेंगे और इस दौरान ये जानने की कोशिश करेंगे कि दोनों के बीच किन बातों पर चर्चा संभव है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव से स्पष्ट किया है कि पुतिन अपने शेड्यूल के कारण इस सम्मेलन में शामिल नहीं हो सकेंगे.
समाचार एजेंसी एएफ़पी ने रूसी समाचार एजेंसी तास के हवाले से ख़बर दी है कि लैवरॉफ़ ये बताने की कोशिश करेंगे कि अमेरिकी तनाव को बढ़ावा दे रहा है और एशिया प्रशांत क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ा रहा है.
इस क्षेत्र में वियतनाम और म्यांमार के साथ रूस के अच्छे संबंध हैं, इन दोनों देशों की सेना रूस से हथियार खरीदती है. हालांकि पइस इलाक़े के कुछ देश रूस को अलग-थलग करने की पश्चिमी मुल्कों की कोशिश का समर्थन करते हैं.
इस सम्मेलन में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की भी वर्चुअली शामिल होंगे.
रॉयटर्स के अनुसार इंडोनेशिया ने ज़ेलेस्की को सम्मेलन में शिरकत करने का निमंत्रण दिया था, लेकिन कहा था कि पुतिन सम्मेलन में शामिल होंगे तो वो इसमें शिरकत नहीं करेंगे.
-एजेंसी