राष्ट्रपति पुतिन ने रूस में सरकारी कामकाज की भाषा में गैर-रूसी भाषा के शब्दों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है. इनमें ‘ब्लॉगर’, ‘मीटिंग’, ‘टॉक शो’ और ‘फेस-कंट्रोल’ जैसे अक्सर इस्तेमाल होने वाले शब्द शामिल हैं. राष्ट्रपति पुतिन ने इसके लिए एक भाषा संशोधन क़ानून पर दस्तखत भी किए हैं.
इस संशोधन क़ानून में कहा गया है कि सरकारी कामकाज में रूसी भाषा के शब्द और भाव ही व्यक्त किए जाएं और विदेशी मूल के शब्द तभी इस्तेमाल में लाए जाएं जबकि उनकी जगह रूसी भाषा का कोई शब्द उपलब्ध ना हो.
बहुत से रूसी लोग अंग्रेज़ी और दूसरी अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं के बढ़ते इस्तेमाल को पसंद नहीं करते हैं.
रूस में ‘कॉटेज’, ‘हाउस’, ‘फॉरेस्ट’ जैसे शब्द रूसी भाषा के विकल्प मौजूद हैं, पर फिर भी इंग्लिश के ये शब्द लोकप्रिय होते देखे जा रहे हैं जबकि युवाओं में ‘ब्लॉगर’, ‘मीटिंग’, ‘टॉक शो’ और ‘फेस-कंट्रोल’ जैसे शब्द काफी लोकप्रिय हैं.
राष्ट्रपति पुतिन ये कहते रहे हैं कि देश को पश्चिमी संस्कृति के प्रभाव से बचाए जाने की ज़रूरत है.
Compiled: up18 News