अमेरिकी फेडरल एजेंट द्वारा पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के घर पर छापेमारी को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक फेडरल एजेंट कथित तौर पर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति के घर परमाणु हथियारों से संबंधित दस्तावेजों की तलाश में पहुंचे थे। 11 अगस्त को वॉशिंगटन पोस्ट ने इसको लेकर खुलासा किया कि यह साफ नहीं है कि पाम बीच में स्थित ट्रंप के मार-ए-लागो रिजॉर्ट से इस तरह के दस्तावेज बरामद हुए या नहीं।
वहीं, परमाणु हथियारों से संबंधित दस्तावेजों की तलाश पर ट्रंप और न्याय विभाग ने भी कोई सार्वजनिक घोषणा नहीं की है। बता दें कि इससे पहले गुरुवार, 11 अगस्त को न्याय विभाग ने एक न्यायाधीश से ट्रंप के घर एफबीआई छापे को अधिकृत करने वाले वारंट को सार्वजनिक करने के लिए कहा था। हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि यह छापेमारी राजनीतिक बदले की भावना से हुई।
अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने बताया कि वह इस तरह की छापेमारी की डिटेल पर चर्चा नहीं कर सकते। हालांकि व्यक्तिगत रूप से सर्च वॉरंट पर उन्होंने अपनी बात रखी। उन्होंने प्रेस वार्ता में संवाददाताओं से कहा कि, “मैंने निजी तौर इस मामले में छापेमारी करने के लिए वॉरंट के फैसले को मंजूरी दी है। डिपार्टमेंट ऐसे फैसलों को हल्के में नहीं लेता है।”
क्या है मामला
गौरतलब है कि ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित मार-ए-लागो घर पर FBI ने हाल ही में तलाशी ली थी। रिपोर्ट का कहना है कि एफबीआई ने घर से दस्तावेजों से भरे एक दर्जन बॉक्स को अपने कब्जे में लिया था। इस तरह की छापेमारी ऐसे समय में हुई जब डोनाल्ड ट्रंप घर पर नहीं थे। कहा जा रहा है यह कार्रवाई जानबूझकर ऐसे वक्त पर अंजाम दी गई।
दरअसल, अफसरों का मानना था कि अगर छापेमारी के दौरान ट्रंप अपने घर पर होते तो कार्रवाई प्रभावित हो सकती थी और वह इसे पॉलिटिकल मुद्दा बनाकर इसका राजनीतिक लाभ ले सकते हैं। हालांकि पहले ये बताया गया था कि ये छापेमारी राष्ट्रपति कार्यालय से जुड़े आधिकारिक कागजातों की तलाश में की गई है, जिन्हें ट्रंप अपने साथ ले आए हैं।
-एजेंसी
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