26 जनवरी की तैयारियां पूरे देश में जारी है। हर साल की तरह इस बार भी रिपब्लिक डे का मुख्य समारोह राजधानी दिल्ली में होगा। जहां परेड की तैयारियां जारी है, लेकिन इस बार का गणतंत्र दिवस का परेड कई मायनों खास होगा।
रिपब्लिक डे का परेड पहली बार कर्तव्य पथ से होकर गुजरेगा। पहले यह राजपथ से गुजरा करता था। जिसको विकसित कर सरकार ने कर्तव्य पथ का नाम दिया है। इसके साथ-साथ इस साल ऐसा पहली बार होगा जब रिपब्लिक डे की परेड देखने के लिए सबसे पहली लाइन में कोई VVIP नहीं बल्कि रिक्शा चालक, फुटपाथी दुकानदार, सब्जी बेचने वाले और कर्तव्य पथ को विकसित करने वाले मजदूर और उनके परिजन बैठेंगे। सरकार ने इन्हें श्रमजीवी का नाम दिया है। हर साल रिपब्लिक डे का परेड देखने के लिए सबसे आगे की पंक्ति वीवीआईपी लोगों के लिए रिजर्व हुआ करती थी लेकिन इस साल सबसे आगे श्रमजीवी बैठेंगे।
आम लोगों की भागीदारी थीम को सार्थक बनाने में जुटी सरकार
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस साल गणतंत्र दिवस समारोह की थीम ‘आम लोगों की भागीदारी’ है। इस थीम को सार्थक बनाने पर सरकार का जोर है। इसी थीम के अनुरूप ही इस बार अतिथियों को न्योता भेजा गया है। रिपोर्टों के मुताबिक गणतंत्र दिवस समारोह के परेड के दौरान अतिथियों की अग्रिम पंक्ति में गणमान्य व्यक्ति नहीं बल्कि श्रमजीवी नजर आएंगे।
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी मुख्य अतिथि
आम लोगों की भागीदारी थीम के तहत इस साल रिपब्लिक डे परेड की सबसे आगे की पंक्ति में सेंट्रल विस्टा के निर्माण में काम कर चुके श्रमिकों, उनके परिवारों, कर्तव्य पथ की देखभाल करने वाले कर्मियों सहित रिक्शाचालकों, छोटे दुकानदारों एवं सब्जी बेचने वाले को बिठाया जाएगा। इस साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह के मौके पर मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी (Abdel Fattah Al Sisi) मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे।
सेंट्रल विस्टा के उद्घाटन के बाद पहला गणतंत्र दिवस
सितंबर 2022 में पुनर्निर्मित सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के उद्घाटन के बाद यह पहला रिपब्लिक डे परेड होगा। ऐसे में राजपथ को विकसित कर सेंट्रल विस्टा बनाने वाले कामगारों को रिपब्लिक डे परेड में सबसे आगे बैठाकर सरकार उन्हें सम्मानित करेंगी। इस साल गणतंत्र दिवस समारोह में मिस्र के राष्ट्रपति के साथ उनके देश के 120 सदस्यीय मार्चिंग दल भी परेड में भाग लेंगे।
Compiled: up18 News