देश के कई राज्यों में दो दिनों से भारी बारिश हो रही है. मैदानी इलाके से लेकर पहाड़ों तक बारिश के कारण लोगों पर आफत टूट पड़ी है। लगातार हो रही बारिश के कारण देश के अलग-अलग हिस्सों में अब तक करीब 20 लोगों को जान जा चुकी है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में और भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अगले 24 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
दिल्ली, हिमाचल प्रदेश , पंजाब सहित देश के उत्तरी राज्यों में भारी बारिश हो रही है। दिल्ली में 41 साल का रिकॉर्ड टूटा। 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में सबसे ज्यादा 153 मिमी बारिश हुई।दिल्ली में भारी बरसात और मौसम विभाग की चेतावनियों को देखते हुए सोमवार को दिल्ली के सभी स्कूलों को एक दिन के लिए बंद करने का फैसला किया गया है।
इससे पहले 25 जुलाई 1982 में 169.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी। 2003 में 24 घंटे में 133.4 मिमी बारिश हुई थी। वहीं 2013 में दिल्ली में 123.4 मिमी बारिश हुई थी। इधर, हरियाणा ने यमुना में 1 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा। इसके बाद दिल्ली सरकार ने बाढ़ की चेतावनी जारी की।
बारिश के चलते जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सेना के दो जवान पोशाना नदी पार करते हुए डूब गए। वहीं हिमाचल में 5, जम्मू में 2 और यूपी में 4 लोगों की मौत हो गई।
हिमाचल प्रदेश में ब्यास नदी ने काफी नुकसान पहुंचाया। एक पुल नदी में बह गया। वहीं कुछ दुकानें भी बाढ़ के पानी में समा गईं। नदी में फंसे पांच लोगों को NDRF की टीम ने रेस्क्यू किया।
मोहाली के डेराबस्सी में घग्गर नदी का पानी सोसाइटी में घुस गया। जिसके बाद लोगों को नाव के जरिए बाहर निकाला गया। उधर चंबा पठानकोट नेशनल हाईवे बनीखेत के पास धंस गया।
दिल्ली में भारी बरसात और मौसम विभाग की चेतावनियों को देखते हुए सोमवार को दिल्ली के सभी स्कूलों को एक दिन के लिए बंद करने का फैसला किया गया है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने खुद इसका ऐलान किया है। इससे पहले दिल्ली में भारी बारिश के मद्देनजर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी सरकारी अधिकारियों की रविवार की छुट्टी रद्द कर दी और उन्हें प्रभावित क्षेत्रों में जाने का निर्देश दिया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 153 मिलीमीटर बारिश हुई, जो 1982 के बाद से जुलाई के महीने में एक दिन में सबसे अधिक बारिश है। पश्चिमी विक्षोभ और मानसूनी हवाओं के बीच परस्पर क्रिया के कारण दिल्ली समेत उत्तर-पश्चिम भारत में जबरदस्त बारिश हो रही है। इसी के कारण दिल्ली में इस मौसम की पहली ‘बहुत भारी’ बारिश हुई।
रेड अलर्ट के बीच हिमाचल प्रदेश में बीते दिन से बारिश का कहर जारी है। रविवार को पांच लोगों की मौत हो गई। बारिश की वजह से शिमला में एक मकान गिर गया। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। कुल्लू में एक महिला और रामपुर में एक व्यक्ति की मौत हुई है। कुल्लू जिले के बाहंग में एक दुकान ढह गई। कुल्लू में ब्यास के साथ पार्वती और तीर्थन नदी भी उफान पर हैं। इसके अलावा, मंडी शहर में ब्यास नदी उफान पर है। भूस्खलन की वजह से कई हाईवे बंद हैं। मौसम की मार से वंदे भारत, अम्बाला से ऊना आने वाली ट्रेन प्रभावित हैं।
बाहंग में ब्यास नदी में तीन दुकानें बह गई। बाहंग में खतरे को देखते हुए इलाके को खाली करवाया जा रहा है। पंडोह बांध के गेट खोलने से ब्यास में बाढ़ आ गई है। पंडोह में जलभराव हो गया है। बाढ़ जैसे हालात हैं। ब्यास नदी ओट में पुल के ऊपर से गुजर रही है।
मंडी का पंचवक्त्र मंदिर पानी में डूब गया है। मनालसु नदी के उफान पर आने से मनाली शहर की पेयजल योजना भी ठप हो गई है। इससे शहर में लोगों पेयजल संकट का भी सामना करना पड़ रहा है।