कांग्रेस के 85वें अधिवेशन को अंतिम दिन राहुल गांधी ने किया संबोधित

Politics

राहुल गांधी नवा रायपुर में कांग्रेस पार्टी के 85वें अधिवेशन के तीसरे और अंतिम दिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि चार महीने की भारत जोड़ो यात्रा से बहुत कुछ सीखने को मिला.

राहुल गाँधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जब लोगों से मिलता था तो लोगों से हाथ पकड़ते-गले मिलते ही उनका दुख मैं समझ जाता था. मेरे बिना कुछ कहे वो मेरा कहा समझ जाते थे.

राहुल गांधी ने भावुक होते हुए चुनाव के समय सरकारी घर को छोड़ने का किस्सा साझा किया और कहा कि 52 साल हो गए, मेरे पास घर नहीं है, आज तक घर नहीं है. हमारे परिवार का जो घर है, वह इलाहाबाद में है, वो भी मेरा घर नहीं है. भारत जोड़ो यात्रा के समय मेरे आगे-पीछे की जो खाली जगह थी, उसे मैंने घर की तरह देखा और एक घर मेरे साथ चल रहा था.

उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के कश्मीर से जुड़े संस्मरणों को साझा करते हुए कहा कि संसद में प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने भी जा कर लाल चौक पर तिरंगा फहराया था.

राहुल गांधी ने कहा, “मैंने सोचा कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री को बात समझ में नहीं आई. प्रधानमंत्री को फर्क समझ में नहीं आया. नरेंद्र मोदी जी ने बीजेपी के 15-20 लोगों के साथ जा कर लाल चौक पर तिरंगा फहराया, भारत जोड़ो यात्रा ने, लाखों कश्मीरी युवाओं के हाथ से तिरंगा फहराया. हमने हिंदुस्तान की भावना, इस झंडे की भावना जम्मू-कश्मीर के युवाओं के अंदर डाल दी. आपने इस झंडे की भावना जम्मू -कश्मीर के युवाओं से छीन ली. ये फर्क है, आपमें और हममें.”

राहुल गांधी ने सरकार की सोच का उल्लेख करते हुए कहा, “कुछ दिन पहले इंटरव्यू में एक मंत्री ने कहा कि चाइना की इकॉनामी, हिंदुस्तान की इकॉनामी से बड़ी है, तो हम उनसे कैसे लड़ सकते हैं? जब अंग्रेज़ हम पर राज करते थे तो क्या उनकी इकॉनामी हमारी इकॉनामी से छोटी थी? इसका मतलब जो आपसे शक्तिमान है, उससे आप लड़ो ही मत. जो आपसे कमज़ोर है, उसी से लड़ो. इसको कायरता कहा जाता है.”

राहुल गांधी ने कहा कि इसे सावरकर की विचारधारा बताते हुए कहा कि अगर जो आपके सामने आपसे तगड़ा है, मज़बूत है, तो उसके सामने अपना सिर झुका दो, अपना मत्था टेक दो.

राहुल गांधी ने आक्रामक तरीके से कहा, “इसको क्या नेशनलिज़्म कहते हैं? इसको देशभक्ति कहते हैं क्या? ये कौन सी देशभक्ति है? जो आपसे कमज़ोर है, उसे मारो, और आपसे मज़बूत है, उसके सामने आप झुक जाओ.”

राहुल गांधी ने महात्मा गांधी के सत्याग्रह का उल्लेख करते हुए कहा, “महात्मा गांधी सत्याग्रह की बात करते थे. सत्याग्रह का मतलब सत्य के रास्ते को कभी मत छोड़ो. इनके लिए एक नया शब्द है, आरएसएस बीजेपी वालों के लिए. हम हैं सत्याग्रही, वो हैं सत्ताग्राही. ये सत्ता के लिए कुछ भी कर लेंगे. ये किसी से भी मिल जाएंगे.किसी के सामने झुक जाएंगे सत्ता के लिए.”

राहुल गांधी ने आदानी समूह को लेकर कहा कि संसद में मैंने पूछा कि 609 नंबर से दूसरे नंबर पर कैसे पहुंचे? मैंने नरेंद्र मोदी जी से पूछा कि आपका अदानी जी से रिश्ता क्या है?

राहुल गांधी ने कहा, “पूरी की पूरी सरकार, सारे के सारे मंत्री अदानी जी की रक्षा करने लग गए. कहते हैं कि जो अदानी जी पर आक्रमण करता है, वो देशद्रोही है.

मतलब अदानी जी देश के सबसे बड़े देशभक्त बन गए. बीजेपी और आरएसएस को इस व्यक्ति की रक्षा कर रही है. सवाल ये उठता है कि रक्षा क्यों कर रही है? क्या है इस अदानी में?”

राहुल गांधी ने अदानी समूह की कथित शेल कंपनियों को लेकर सवाल उठाया कि आखिर इनकी जांच क्यों नहीं की जा रही है, इसकी जेपीसी से जांच क्यों नहीं हो रही है?

राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी कह सकते थे कि अदानी से कोई रिश्ता नहीं है. मगर रिश्ता है.

राहुल गांधी ने कहा, “अदानी जी और मोदी जी एक हैं. और देश का पूरा का पूरा धन एक व्यक्ति के हाथ में जा रहा है. एयरपोर्ट, पोर्ट्स, डिफेंस, इंफ्रास्ट्रक्चर, एग्रीकल्चर स्टोरेज, हिमाचल प्रदेश में सेब, कश्मीर में सेब, पूरा का पूरा धन एक व्यक्ति के हाथ में जा रहा है.”

राहुल गांधी ने कहा कि आज़ादी की लड़ाई भी इस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ हुई थी. वो भी एक कंपनी थी. उस कंपनी ने भी हिंदुस्तान का सारा धन, सारा इंफ्रास्ट्रक्चर, पोर्ट्स, सारा का सारा उठा लिया था. इतिहास दुहराया जा रहा है. ये देश के ख़िलाफ़ काम हो रहा है और देश के ख़िलाफ़ काम होगा तो कांग्रेस पार्टी खड़ी हो जाएगी, लड़ जाएगी.

Compiled: up18 News