आगरा के जिला अस्पताल को ट्रॉमा सेंटर बनाए जाने की कवायद शरू, शासन को भेजा प्रस्ताव

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आगरा के जिला अस्पताल को ट्रॉमा सेंटर बनाए जाने की कवायद चल रही है लेकिन जमीन की कमी इस योजना को धरातल पर आने नहीं दे रही है। जिला अस्पताल प्रशासन अस्पताल को ट्रॉमा सेंटर में विकसित कराए जाने की हर संभव प्रयास में लगा हुआ है। इसके लिए सीएमएस डॉ. ए के अग्रवाल ने शासन स्तर को पत्र भी लिखे हैं और हाल ही में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के दौरान उन्हें इस संबंध में फाइल भी सौंपी है।

जिला अस्पताल के सीएमएस ए के अग्रवाल ने बताया कि पिछले दिनों शासन की ओर से जिला अस्पताल को ट्रॉमा सेंटर में विकसित किए जाने के लिए जिला अस्पताल की फिजिविलिटी चेक कराई गई थी लेकिन जिला अस्पताल में ट्रॉमा सेंटर के लिए जगह कम पड़ रही है। उन्होंने बताया कि यदि इस कमी को पूरी करने के लिए जिला अस्पताल की जर्जर बिल्डिंग को तोड़ दिया जाए तो भी ट्रॉमा सेंटर के लिए जगह कम पड़ेगी।

सीएमएस का कहना है कि फिर भी जिला अस्पताल को ट्रॉमा सेंटर में विकसित किया जा सकता है यदि जिला अस्पताल से सटे रोजगार कार्यालय की जमीन उन्हें मिल जाए। उन्होंने बताया कि इस संबंध में उन्होंने शासन को पत्र भी लिखा है। रोजगार कार्यालय के पास काफी जमीन है और रोजगार कार्यालय में अब इतना कार्य भी नहीं रहता क्योंकि सब कुछ अब ऑनलाइन है। ऐसे में अगर रोजगार कार्यालय की जमीन जिला अस्पताल को मिल जाए तो लोगों की सहूलियत के लिए यहां पर अच्छा खासा ट्रॉमा सेंटर बन सकता है।

सीएमएस एके अग्रवाल ने बताया कि ट्रॉमा सेंटर का मतलब उस अस्पताल में हर तरह की सुविधाओं का मिलना होता है। जिला अस्पताल में अभी काफी सुविधाओं की कमी है। अगर जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर के रूप में विकसित होता है तो सुविधाएं बढ़ेंगी, चिकित्सक स्टाफ बढ़ेगा और अन्य सुविधाएं भी बढ़ेगी। इसके लिए लगभग 1 बीघा जमीन की आवश्यकता होगी तभी जिला अस्पताल एक अच्छे ट्रॉमा सेंटर के रूप में विकसित किया जा सकता है।

शासन से हो रहा है पत्राचार

सीएमएस ने बताया कि इस संबंध में शासन से लगातार पत्राचार हो रहा है। अभी इस संबंध में कुछ उचित जवाब तो नहीं मिला है लेकिन उन्हें उम्मीद है कि अगर शासन चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ाना चाहता है तो इस प्रस्ताव पर विचार जरूर करेगा क्योंकि जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्र से भी भारी संख्या में लोग इलाज के लिए पहुंच रहे हैं और ऐसे में जिला अस्पताल को विकसित करना अत्यंत आवश्यक है।