राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अमृतसर दौरा पूरा करने के बाद मीठी यादों के साथ वापस लौट गई हैं। श्री गुरु रामदास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुबह लैंड होने के बाद प्रदेश के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उनका स्वागत किया। सांसद गुरजीत औजला भी इस दौरान साथ थे।
वह सबसे पहले गोल्डन टेंपल पहुंची। गुरुघर में नतमस्तक होने के बाद वह जलियांवाला बाग और दुर्गियाना मंदिर में नतमस्तक हुईं। उनके दौरे का अंतिम पढ़ाव श्री रामतीर्थ था। राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद द्रौपदी मुर्मू की यह पहली पंजाब फेरी थी। इसके बाद वह अब सीधा दिल्ली के लिए रवाना हो गईं।
श्री गुरु रामदास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से निकलने के बाद राष्ट्रपति का काफिला गोल्डन टेंपल पहुंचा। यहां सांसद गुरजीत औजला उनके साथ-साथ चलते दिखे।
परिक्रमा के दौरान गोल्डन टेंपल के इतिहास के बारे में विस्तृत जानकारी SGPC सदस्यों ने उन्हें दी। इसके साथ ही SGPC प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने उन्हें ज्ञापन सौंपा है। तकरीबन 2.50 बजे राष्ट्रपति मुर्मू जलियांवाला बाग पहुंची हैं। यहां वह शहीदी लाट पर फूल अर्पित करने और शहीदों को नमन करने के बाद वह अब दुर्गियाना मंदिर के लिए रवाना हुईं।
दुर्गियाना मंदिर में उन्होंने श्री नारायण का आशीर्वाद प्राप्त किया और कुछ समय बिताने के बाद श्री रामतीर्थ पहुंची। श्री राम तीर्थ का इतिहास व पौराणिक मंदिर के दर्शन कर वह काफी खुश दिखी। इसके बाद वह अब वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गई हैं।
राष्ट्रपति ने शहीदों को किया नमन
राष्ट्रपति ने जलियांवाला बाग की विजिटर बुक में अपना संदेश लिखा। उन्होंने लिखा कि आज मैंने जलियांवाला बाग की पवित्र धरती पर स्वाधीनता सेनानियों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। मैं भारत की उन सभी वीर सेनानियों को नमन करती हूं, जिन्होंने 1919 के दुर्भाग्यपूर्ण नरसंहार में अपनी जान गंवाई। मातृभूमि पर अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले उन वीर बलिदानियों को एक कृतज्ञ राष्ट्र सदैव याद रखेगा। यह स्मारक आने वाली पीढ़ियों को आजादी के महत्व और उसके लिए किए गए बलिदानियों की याद दिलाएगा और उन्हें राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित करता रहेगा।
SGPC ने राष्ट्रपति को सौंपे दो ज्ञापन
देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के गोल्डन टेंपल विजिट के दौरान शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने दो ज्ञापन सौंपे हैं। प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने पहला ज्ञापन बंदी सिखों की रिहाई और दूसरा ज्ञापन हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को दी गई मान्यता को लेकर दिया है।
Compiled: up18 News