चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा है कि अगर बिहार की नई ‘महागठबंधन’ सरकार अगले एक या दो साल में 10 लाख़ युवाओं को नौकरी दे ती है तो वो अपना जन सुराज अभियान वापस ले लेंगे और नीतीश कुमार को समर्थन दे देंगे.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ बिहार के समस्तीपुर में मतदाताओं को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने ये भी कहा कि आरजेडी-जेडीयू-कांग्रेस की गठबंधन सरकार को जनता का समर्थन नहीं है.
एक समय नीतीश कुमार की पार्टी से जुड़े प्रशांत किशोर ने कहा, “नीतीश कुमार सीएम पद की कुर्सी से ‘फ़ेविकॉल’ लगाकर बैठ गए हैं, जबकि दूसरी पार्टियाँ उनके इर्द-गिर्द चक्कर काट रही हैं.”
हाल ही में बिहार के उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा था कि नई सरकार का हिस्सा बनने के बाद अब उनकी पार्टी साल 2020 में चुनाव के समय 10 लाख नौकरियाँ देने के वादे को पूरा करेगी.
नीतीश कुमार ने स्वतंत्रता दिवस के मौक़े पर पटना के गाँधी मैदान में अपने भाषण में कहा था कि उनका लक्ष्य सरकारी और निजी सेक्टर में 20 लाख़ नौकरियाँ देने का है. उन्होंने कहा था, “नई पीढ़ी के लोग (तेजस्वी यादव) हमारे साथ हैं इसलिए हम मिलकर नौकरी देने के लिए काम करेंगे. हमारा लक्ष्य बिहार को विकसित राज्यों की सूची में शामिल करना है.”
रोज़गार को लेकर महागठबंधन की ओर से किए वादे पर प्रशांत किशोर ने प्रतिक्रिया दी, “अगर अगले एक या दो साल के अंदर 10 लाख़ नौकरियां दे दी गईं तो मैं अपने जन सुराज अभियान को वापस लेकर नीतीश कुमार को समर्थन दे दूंगा.”
प्रशांत किशोर ने इस दौरान बिहार में अगले विधानसभा चुनाव से पहले बड़ी राजनीतिक उथल-पुथल की भी भविष्यवाणी की.
उन्होंने कहा, “मुझे बिहार के राजनीतिक अखाड़े में आए केवल तीन महीने ही बीते हैं और यहाँ की राजनीति 180 डिग्री घूम गई. अगल चुनाव आते-आते ये राजनीति और घूमेगी. क्योंकि जनता का सहयोग ही नहीं है. आप जुगाड़ लगाकर सरकार बनाएँगे तो उसे जनता वोट ही नहीं देगी.”
-एजेंसी