तमिलनाडु में अन्नामलाई की DMK Files से राजनैतिक तूफान, जानिए क्या है पूरा मामला!

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डीएमके ने 2021 में राज्य की सत्ता में वापसी की थी, लेकिन स्टालिन अब तक खुद को साबित नहीं कर पाए हैं. इधर भाजपा पूरी तरह से तमिलनाडु की सत्ता पर नजर बनाए है और इसकी जिम्मेदारी अन्नामलाई को दी गई. अब अन्नामलाई ने DMK फाइल्स जारी कर हलचल मचा दी है.

क्या है DMK फाइल्स

तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई ने हाल ही में DMK पर 200 करोड़ रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगाया था. अन्नामलाई ने कहा था कि एक मल्टीनेशनल कंपनी ने दो मुखौटा कंपनियों की मदद से सीएम एमके स्टालिन की DMK को 200 करोड़ रुपये रिश्वत दी थी. यह मामला 2011 का बताया गया था.

अन्नामलाई का आरोप है जिस कंपनी ने डीएमके को यह 200 करोड़ रुपये की राशि दी थी उसे ही चेन्नई मेट्रो रेल के प्रथम चरण की परियोजना का टेंडर मिला था. इसके बाद अन्नामलाई ने डीएमके प्रमुख स्टालिन की संपत्तियों की एक सूची भी जारी की थी. इस पूरे मामले को ही अन्नामलाई ने DMK फाइल्स का नाम दिया है.

कर्नाटक के सिंघम रहे हैं अन्नामलाई

तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई को कर्नाटक का सिंघम भी कहा जाता है. वह 2011 बैच के IPS अधिकारी रहे हैं, पहली तैनाती उन्हें कर्नाटक के उडुपी जिले के करकला क्षेत्र में 2013 में मिली थी. यहां अन्नामलाई को DCP बनाया गया था. अपने काम करने के तरीकों को लेकर वह खासे चर्चित रहे. 2015 में वह उडुपी जिले के ही एसपी बना दिए गए. सिंघम के तौर पर अन्नामलाई को प्रसिद्धि मिली 2016 में. उस समय वह चिंकमंगलुरु में एसपी के तौर पर तैनात थे.

चिकमंगलुरु में अन्नामलाई की छवि ऐसी थी कि जब यहां से उनका ट्रांसफर किया गया तो लोग सड़कों पर उतर आए थे. अन्नामलाई का ट्रांसफर रोकने के लिए बाकायदा विरोध प्रदर्शन आयोजित किए गए थे. बाद में अन्नामलाई को सामने आकर लोगों से अपील करनी पड़ी थी.

अन्नामलाई मूल रूप से तमिलनाडु के कोंगू क्षेत्र के रहने वाले हैं. वह ओबीसी वर्ग के गौंडर समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. खास बात ये है कि बीटेक और लखनऊ IIM से MBA की पढ़ाई करने के बाद अन्नामलाई ने यूपीएससी को चुना और इंडियन पुलिस सर्विस चुनी. वह 2011 में आईपीएस बने थे.

कर्नाटक के लोग उस समय चौंक गए थे जब अन्नमलाई ने अचानक IPS से इस्तीफा देने का फैसला किया था. 2019 में उन्होंने अचानक नौकरी से इस्तीफा दिया और भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली. 2021 में भाजपा आलाकमान ने उन्हें तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी. खास बात यह है कि अन्नामलाई भाजपा की ओर से प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालने वाले सबसे कम उम्र के नेता हैं.

तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन लगातार भाजपा और पीएम मोदी को घेरने में जुटे रहते हैं. तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई लगातार इसका जवाब दे रहे हैं. खास बात ये है कि तमिलनाडु की राजनीति में स्टालिन करुणानिधि जैसा जादू नहीं कर पा रहे हैं. इसलिए आम जनता में पार्टी लगातार अपनी चमक खोती जा रही है. भाजपा इसी का फायदा उठाना चाहती है. इसीलिए पार्टी के आला नेता लगातार राज्य का दौरा कर रहे हैं. खास बात ये है कि भाजपा यहां अपने पुराने जोड़ीदार AIADMK के साथ ही चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में हैं.