मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के कातिलों की तलाश में जुटी पंजाब पुलिस ने उस इमारत पर कब्जा कर लिया है जिसमें गैंगस्टर छिपे थे। स्थानीय विधायक जसविंदर रामदास का दावा है कि एनकाउंटर खत्म हो गया है और चार शूटर मारे गए हैं। उनका दावा है कि बिल्डिंग में चार शूटर ही छिपे हुए थे। इससे पहले एनकाउंटर में जगरूप उर्फ रूपा और मनप्रीत उर्फ मन्नू के मारे जाने की खबर थी।
मूसेवाला की हत्या के बाद 52 दिन से दोनों शूटर फरार चल रहे थे। इस बीच मुठभेड़ में एक टीवी चैनल के पत्रकार को भी गोली लगी है। शूटर्स की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद पंजाब पुलिस भारी फोर्स के साथ अटारी के चिचा भाकना गांव पहुंची थी। अमृतसर जिले की पूरी पुलिस फोर्स को एनकाउंटर में लगाया गया है। तीन पुलिसवाले भी इस एनकाउंटर में घायल हुए हैं।
अटारी विधायक का दावा, चार शूटर मारे गए
अटारी विधायक जसविंदर रामदास ने दावा किया है एनकाउंटर खत्म हो गया है। एनकाउंटर में चार शूटर मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से अब कोई फायरिंग नहीं हो रही है। उन्होने कहा कि पुलिस ने उस बिल्डिंग को कैप्चर कर लिया है जिसमें गैंगस्टर छिपे हुए थे। हालांकि पुलिस की ओर से आधिकारिक पुष्टि होना बाकी है।
मनप्रीत उर्फ मन्नू ने मूसेवाला पर चलाई थी एके-47
खुफिया इनपुट मिलने के बाद जगरूप उर्फ रूपा और मनप्रीत उर्फ मन्नू को पंजाब पुलिस ने अटारी बॉर्डर के पास गांव में घेर लिया। बताया जा रहा है कि मन्नू वही शख्स है जिसने मूसेवाला पर एके-47 से गोलियां चलाई थीं। टेक्निकल सर्विलांस से पंजाब पुलिस को पता चला था कि अटारी और उसके आसपास के गांव में ये दोनों शूटर मौजूद हैं। पुलिस ने जब फायरिंग की तो दूसरी तरफ से जवाबी फायरिंग की गई है। माना जा रहा है कि गैंगस्टर्स के पास भी घातक हथियार हैं।
इस एनकाउंटर में अब तक तीन पुलिसवाले घायल हो गए हैं। वहीं एक शूटर को भी गोली लगने से मौत की सूचना है। अमृतसर से बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स भाकना गांव पहुंची।
पुलिस ने एनकाउंटर के दौरान शूटर्स से बार-बार सरेंडर के लिए अपील की, लेकिन शूटर्स लगातार फायरिंग कर रहे थे। पुलिस को भी शूटर्स के जवाब में एके 47 का इस्तेमाल करना पड़ा। दो स्थानीय लोगों को भी इस मुठभेड़ में गोली लगी है।
ऐसे शूटर्स को घेरा गया
मोहाली में सोने की चोरी के मामले में रिकवरी में जो एक आरोपी पकड़ा गया, वह मन्नू के साथ काम करता था। उससे पूछताछ के बाद पंजाब पुलिस को इन शूटर्स के बारे में लीड मिली। इसके बाद पंजाब पुलिस ने अमृतसर के पास अटारी बॉर्डर पर फोर्स को भेजा और दोनों शूटर्स को घेर लिया गया।
सरेंडर करने को कहा तो की पुलिस फोर्स पर फायरिंग
सूत्रों ने बताया कि दोनों शूटर नशे के आदी हैं और ड्रग्स के बिना वह एक दिन भी नहीं रह सकते हैं। पुलिस को यह पता था कि दोनों शूटर्स ड्रग्स के आदि होने के चलते ज्यादा दिनों तक पंजाब के बाहर नहीं रह सकते हैं इसीलिए पुलिस नजर बनाए थी। जैसे ही पुलिस को दोनों के गांव में आने की सूचना मिली। उन्हें चारों तरफ से घेर लिया गया। पुलिस ने बताया कि दोनों को बाहर आकर सरेंडर करने को कहा गया लेकिन उन्होंने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी।
लोगों से घर के बाहर न आने की अपील
अचानक गोलियों की सूचना से आसपास इलाके में हड़कंप मच गया। लोग अपने घरों के बाहर निकल आए। पुलिस ने लोगों को अपने घरों से बाहर न करने को कहा। लोगों की भीड़ खेतों के पास जमा हो गई। अफवाह फैलने लगी। हालांकि बाद में शूटर्स के घिरे होने की खबर आई।
घातक हथियारों का शौकीन मनप्रीत
बताया जा रहा है कि मनप्रीत मनु ही है जिसने मूसेवाला पर एके 47 से फायरिंग की थी। शूटर मनप्रीत पंजाब के मोगा जिले का रहने वाला है। मनप्रीत मनु खतरनाक हथियार रखने और चलाने का शौक रखता है। बाद में वह लॉरेंस गैंग में शामिल हो गया। वहीं रूपा तरनतारन का रहने वाला है। मनप्रीत मनु खतरनाक हथियार रखने और चलाने का शौक रखता है। बाद में वह लॉरेंस गैंग में शामिल हो गया।
लगातार पुलिस पर कर रहे फायरिंग
सूत्रों ने बताया कि पिछले दो घंटे से शूटर्स और पुलिस के बीच मुठभेड़ जारी है। जिस तरह से शूटर्स पुलिस का मुकाबला कर रहे हैं उससे साफ है कि दोनों शूटर्स के पास घातक हथियार हो सकते हैं।
इसलिए मनप्रीत को जिंदा पकड़ना चाहती है पुलिस
मुख्य शूटर मनप्रीत ही है। इसी ने एके 47 से गोली पहले चलाई थी। वह सिद्धू मूसेवाला से अपनी सीधी दुश्मनी मानता था। जबकि दूसरे शूटर्स रुपयों के साथ सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल हुए थे। पुलिस प्रयास कर रही है कि उसे जिंदा पकड़ा जा सके। मनप्रीत पकड़ा गया तब ही पुलिस पूरे केस का सही खुलासा कर सकती है कि उसे इतने मंहगे और खतरनाक हथियार कहां से मिले थे और किसके कहने पर मूसेवाला की हत्या हुई थी?
इसलिए ऑपरेशन में आ रही परेशानी
खेतों में 6 से 7 फीट ऊंची चरी खड़ी है जिससे पुलिस को इस ऑपरेशन में परेशानी आ रही है। कहा जा रहा है कि शूटर्स पुलिस को उलझकर इन ऊंची चरी के बीच छिपकर भाग सकते हैं। जिस एरिया में यह चरी खड़ी है वह कई एकड़ पर फैला है। हालांकि लगभग 600 पुलिसवालों ने मिलकर इलाका खेर रखा है। पुलिस विभाग के बड़े अधिकारी और कमांडर भी तैनात किए हैं।
-एजेंसी