बिहार के डॉक्टर का परिवार खत्म, पत्नी और बच्चों समेत पांच की मौत
पंजाब के लुधियाना में रविवार सुबह गैस लीकेज से 11 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 5 महिलाएं, 4 पुरुष और 2 बच्चे शामिल हैं। बच्चों की उम्र 10 और 13 साल है। हादसा शहर के ग्यासपुरा इंडस्ट्रियल एरिया के नजदीक एक इमारत में चल रही करियाना की दुकान में सुबह हुआ। इसी दुकान में मिल्क बूथ भी बना है।
लुधियाना गैस रिसाव के बाद 12 लोग बेहोश भी हो गए जिन्हें शहर के 3 अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया। वहां से 8 लोगों को छुट्टी दे दी गई जबकि 4 लोग अस्पताल में भर्ती है।
लुधियाना में जहरीली गैस रिसाव की हुई घटना मामले में बिहार के गया जिले के एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत हुई है। मृतक पांच लोगों में पति-पत्नी और तीन बच्चे बताए जाते हैं। ये गया जिले के कोंच थाना अंतर्गत मंझियावां धनु बीघा गांव के रहने वाले थे। घटना की जानकारी गया के आंती थाना अंतर्गत मंझियावां धनु बीघा गांव में पहुंचते ही परिजनों में चित्कार मच गया है। वहीं, गांव में मातम का माहौल हो गया है।
घटना के संबंध में गांव वालों ने बताया कि कविलाश यादव पेशे से डॉक्टर थे और अपनी पत्नी और बच्चों के साथ लुधियाना में रह रहे थे। जहां गैस रिसाव हुआ, उसके पास ही उनका मकान था। रविवार सुबह जहरीली गैस रिसाव में परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में डॉ. कविलाश के अलावा उनकी पत्नी वर्षा, बेटा अभय नारायण, आर्यन और बेटी कल्पना शामिल है।
घटना के बाद मेडिकल, फायर ब्रिगेड,लुधियाना पुलिस और NDRF की टीमें मौके पर पहुंच गईं। हादसे के तुरंत बाद प्रशासन ने इमारत के आसपास एक किलोमीटर के इलाके को सील कर दिया और वहां रहने वाले लोगों को एहतियात के तौर पर वहां से बाहर निकाल लिया। लुधियाना वेस्ट की विधायक राजिंदरपाल कौर ने कहा कि इमारत में मिल्क बूथ खुला हुआ था और जो भी सुबह यहां दूध लेने गया, वह बेहोश हो गया।
लुधियाना की डीसी सुरभि मलिक ने बताया कि जिन 11 लोगों की मौत हुई है, उनके परिवारों को पंजाब सरकार की ओर से दो-दो लाख रुपए दिए जाएंगे। जो लोग अस्पताल में भर्ती हैं, उन्हें 50-50 हजार रुपए की रकम दी जाएगी। इन लोगों के इलाज का खर्च भी सरकार उठाएगी।
शाम पंजाब के सेहत मंत्री बलबीर सिंह घटनास्थल पर पहुंचे। सेहत मंत्री ने कहा कि हादसा सीवरेज की गैस की वजह से हुआ है। शुरुआती जांच में यह हाइड्रोजन सल्फाइड के लक्षण लग रहे हैं। पूरे इलाके में अभी भी बदबू आ रही है। गैस आगे न फैले, इसको लेकर NDRF की टीमें लगी हुई हैं। जब तक पूरा इलाका सेफ नहीं हो जाता, यहां लोगों को नहीं आने दिया जाएगा।
प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि गैस का रिसाव नाले से हुआ है। वहीं कुछ का कहना है कि किराना दुकान में गैस लीक होने से हादसा हुआ। अरविंद चौबे नाम के एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उन्होंने गटर से धुआं निकलता देखा। चौबे ने बताया कि हाल ही में बारिश के कारण गटर चोक हो गया था इसलिए गटर से गैस निकलने की संभावना है।
गैस की चपेट में आकर जान गंवाने वालों में करियाना दुकान के मालिक सौरव गोयल (35), उनकी पत्नी प्रीति (31) व मां कमलेश गोयल (60) के अलावा उनके पड़ोस में रहने वाले डॉ. कविलाश (40), उनकी पत्नी वर्षा (35), बेटी कल्पना (16) व दो बेटे अभय नारायण (13) और आर्यन नारायण (10) शामिल है। तीन अन्य मृतकों में नवनीत कुमार (39) व नीतू देवी (39) के अलावा एक और पुरुष है, जिसकी दोपहर तक पहचान नहीं हो पाई। सोमवार को मेडिकल बोर्ड बनाकर मरने वालों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
इनके अलावा कुल 4 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से गौरव गोयल (50) और नीतिन (40) का इलाज सिविल अस्पताल और राजेश कुमार (28) व रुबी देवी (29) का इलाज ओसवाल अस्पताल में चल रहा है।