पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने रविवार को कहा कि देश के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ‘कटोरा’ लेकर दुनियाभर के देशों की यात्रा कर रहे हैं, लेकिन उनमें से कोई भी उन्हें एक पैसा नहीं दे रहा है.
पाकिस्तान तहरीक़-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान ख़ान ने एक समाचार चैनल के साथ इंटरव्यू में कहा, “देखिए, इस इंपोर्टेड सरकार ने पाकिस्तान के साथ क्या किया है.”
“शहबाज़ शरीफ़ कटोरा लेकर अलग-अलग देशों की यात्रा कर रहे हैं और मदद मांग रहे हैं. किन उनमें से कोई भी उन्हें एक पैसा नहीं दे रहा है.”
इमरान ख़ान ने प्रधानमंत्री शरीफ़ के हालिया इंटरव्यू का ज़िक्र किया जिसमें उन्होंने भारत के साथ बातचीत की इच्छा ज़ाहिर की थी. उन्होंने कहा, “शरीफ़ भारत से बातचीत के लिए भीख मांग रहे हैं, लेकिन भारत सरकार उनसे पहले आतंकवाद को ख़त्म करने के लिए कह रही है.”
शरीफ़ के बयान पर टिप्पणी करते हुए भारत ने कहा था कि वह हमेशा पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी का संबंध चाहता है, लेकिन ऐसे संबंधों के लिए आतंक और हिंसा से मुक्त माहौल होना चाहिए.
इमरान ख़ान की यह टिप्पणी शहबाज़ शरीफ़ की संयुक्त अरब अमीरात की दो दिवसीय यात्रा के बाद आई है. इस दौरान यूएई ने पाकिस्तान को दो अरब डॉलर का मौजूदा ऋण और एक अरब डॉलर का अतिरिक्त ऋण देने पर सहमति जताई है ताकि तेज़ी से घट रहे विदेशी मुद्रा भंडार के बीच आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान को संकट से निपटने में मदद मिल सके.
70 साल के ख़ान ने ये भी कहा कि उन्हें 100 फ़ीसदी यकीन है कि शहबाज़ शरीफ़, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी ‘आईएसआई काउंटर इंटेलिजेंस विंग’ के प्रमुख मेजर-जनरल फ़ैसल नसीर उनकी हत्या की कोशिश के पीछे थे.
उन्होंने कहा, “अब मुझे 100 प्रतिशत यकीन हो गया है कि शहबाज़ और अन्य दो लोग जिनका नाम मैंने एफ़आईआर में लिया था (जो दर्ज नहीं की जा सकी) उन्होंने मुझे मारने की साज़िश रची थी. यह एक युनियोजित साज़िश थी क्योंकि तीन प्रशिक्षित निशानेबाजों को मेरी हत्या करने के लिए भेजा गया था, लेकिन यह ऊपर वाले की इच्छा थी कि मैं बच गया.”
इमरान ख़ान को बीते साल तीन नवंबर को पंजाब प्रांत के वज़ीराबाद इलाक़े में उनकी पार्टी की रैली के दौरान उन पर तीन गोलियां चलाई गई थीं.
Compiled: up18 News
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