राज्यसभा में पीएम मोदी ने विपक्ष को घेरा, कहा- जिनकी अपनी नीति की गारंटी नहीं, वो मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रहे हैं

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पीएम मोदी ने कहा हमारी सरकार का तीसरा टर्म दूर नहीं है। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग इसे मोदी 3.0 कहते हैं। मोदी 3.0 विकसित भारत की नींव को मजबूत करने के लिए पूरी शक्ति लगा देगा। अगले 5 साल में देश में इलाज बहुत सस्ता हो जाएगा। आने वाले 5 साल में गरीब को पीएम आवास देने का ख्याल रखा जाएगा। अगले 5 साल सोलर पावर से बिजली बिल जीरो होगा। अगरे 5 साल देश में पाइप से गैस के कनेक्शन पूरे देश में नेटवर्क बनाने का पूरा प्रयास किया जाएगा। युवा शक्ति बनेगा देश।

देश को तोड़ने के लिए नए-नए नैरेटिव खोजना बंद करिए

पीएम मोदी ने कहा कि आज ये किस तरह की बातें की जा रही हैं। उत्तर-दक्षिण को तोड़ने की कोशिश हो रही है। एक सरकार पूरी तरह से इसके साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि इन दिनों जो भाषा बोली जा रही है, देश को तोड़ने के लिए जो किया जा रहा है, वो ठीक नहीं है।

पीएम मोदी ने नेहरू की किस चिट्ठी का किया जिक्र

प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘जाति के मामले पर कांग्रेस अपने गिरेबान में झांके। दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों की कांग्रेस जन्मजात विरोधी है। अगर बाबा साहेब आंबेडकर नहीं होते तो पता नहीं एससी-एसटी को आरक्षण भी मिलता या नहीं। मैं आदरपूर्वक नेहरू जी को ज्यादा याद करता हूं। एक बार नेहरू जी ने एक चिट्ठी लिखी और ये चिट्ठी मुख्यमंत्रियों को लिखी थी।

उन्होंने लिखा था- ‘मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं। मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं, जो अकुशलता को बढ़ावा दे, जो दोयम दर्जे की तरफ ले जाए।’ तभी मैं इन्हें जन्मजात विरोधी कहता हूं। उन्होंने लिखा- ‘नौकरियों में आरक्षण मिला तो सरकारी कामकाज का स्तर गिर जाएगा। अगर उस समय नौकरियों में भर्ती होते तो आज प्रमोशन पाकर यहां होते।’

‘नेहरू जी ने जो कहा, वो कांग्रेस के लिए हमेशा से पत्थर की लकीर होता है। मैं अनगिनत उदाहरण दे सकता हूं और वो मैं जम्मू-कश्मीर का देना चाहूंगा। नेहरू ने कश्मीर के एससी, ओबीसी और एसटी को सात दशकों तक उनके अधिकारों से वंचित रखेगा। हमने आर्टिकल 370 को निरस्त किया, तब जाकर इतने दशकों के बाद एसटी,एससी ओबीसी को वो अधिकार मिले, जिन्हें रोक कर रखा गया था। जम्मू-कश्मीर में फॉरेस्ट राइट एक्ट, प्रिवेंशन ऑफ एट्रोसिटी एक्ट नहीं था, ये हमने 70 हटाकर अधिकार दिए। हमारे एससी समुदाय में भी सबसे पीछे बाल्मिकी समाज रहा, लेकिन हमारे बाल्मिकी परिवारों को जम्मू-कश्मीर में डोमिसाइल का अधिकार नहीं दिया गया। मैं आज देश को भी अवगत करना चाहता हूं कि स्थानीय निकायों में कल 6 फरवरी को विधेयक लोकसभा में बिल पारित हो गया।’

मनमोहन सिंह ने ही उठाए थे सवाल

मैं एक कोट पढ़ता हूं। महंगाई दर बीते दो वर्षों से लगातार बढ़ रही है। करेंट अकाउंट डेफिसिट हमारी उम्मीदों से ज्यादा बढ़ रहा है। यह कोट यूपीए सरकार के कार्यकाल में प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह ने कहा था। इनके ही नेता ने यह कहा था। मैं एक और कोट पढ़ता हूं- सरकारी ऑफिसों का दुरुपयोग होता है। यह भी मैंने नहीं कहा था। यह भी मनमोहन सिंह ने कहा था। तब देश में गली गली में आंदोलन चल रहे थे। अब मैं तीसरा कोट पढ़ूंगा। इस संशोधन की कुछ पंक्तियां हैं। टैक्स कलेक्शन में भ्रष्टाचार होता है, इसके लिए जीएसटी लाना चाहिए। राशन में गलती होती है। इसके लिए उपाय करने होंगे। सरकारी ठेके किसे दिए जा रहे हैं, इस पर भी शक होता है। यह भी तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह ने ही कहा था। इससे पहले भी एक प्रधानमंत्री ने कहा था कि सरकार से एक रुपया जाता हो तो सिर्फ 15 पैसे पहुंचते हैं।

जिनकी अपनी नीति की गारंटी नहीं, वो मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रहे हैं

प्रधानमंत्री ने कहा ‘जिस कांग्रेस की अपने नेता की कोई गारंटी नहीं, अपनी नीति की कोई गारंटी नहीं, वो मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रहे हैं। हम ऐसा क्यों कहते हैं हम ऐसा क्यों देख रहे हैं। देश उनके 10 साल के कार्यकाल से क्यों नाराज था। इतना गुस्सा देश को क्यों आया। ये सब हमारे कहने से नहीं हुआ है। ये खुद के उनके कर्म हैं। जब लोगों ने उन्हें बहुत कुछ कहा हो तो मैं कुछ कहने की क्या जरूरत है।’

कांग्रेस पार्टी सोच से भी आउटडेटेड हो गई है

‘मैंने सुना है लोकतंत्र में आपका कहने का अधिकार है और हमारी सुनने की जिम्मेदारी है। आज जो भी बातें हुई हैं, उसे मुझे देश के सामने रखना चाहिए। जब मैं सुनता हूं तब मेरा विश्वास पक्का हो गया कि यह पार्टी (कांग्रेस) सोच से भी आउटडेटेड हो गई है। जब सोच आउटडेटेड हो गई है, तो उनका काम भी आउटडेटेड हो गया है। देखते ही देखते इतने दशकों तक देश पर राज करने वाला दल, इतना बड़ा दल, उसका यह हाल हो गया। हमें खुशी नहीं हो रही, हमें संवेदना है। लेकिन डॉक्टर क्या करेगा, जब मरीज ऐसा हो तो। ये बात सही है कि आज बहुत बड़ी बातें होती हैं, सुनने की ताकत भी खो चुके हैं। लेकिन मैं तो देश के सामने बात रखने के लिए जरूर कहूंगा।

जिस कांग्रेस ने सत्ता के लालच में सरेआम लोकतंत्र का गला घोंट दिया था। जिस कांग्रेस ने दर्जनों बार लोकातांत्रिक तरीकों से चुनकर आई सरकारों को रातों रात भंग कर दिया। बर्खास्त कर दिया। जिस कांग्रेस ने देश के संविधान-लोकतंत्र की मर्यादाओं को जेल के पीछे बंद कर दिया था। जिस कांग्रेस ने अखबारों पर ताले लगाने की कोशिश की। जिस कांग्रेस ने देश को तोड़ने का नया नैरेटिव गढ़ने का काम किया है। जो उत्तर-दक्षिण को तोड़ने की बात कह रही है। वह हमें फेडरलिज्म पर प्रवचन दे रही है।’

‘जिस कांग्रेस ने जाति और भाषा के नाम पर देश को बांटने में कोई कसर नहीं छोड़ी, जिस कांग्रेस ने आतंकवाद और अलगाववाद को अपने हित में पनपने दिया। जिस कांग्रेस ने पूर्वोत्तर को हिंसा, अलगाव और पिछड़ेपन में ढकेल दिया। जिस कांग्रेस के राज में नक्सलवाद को देश के लिए बड़ी चुनौती बनाकर छोड़ दिया। जिस कांग्रेस ने देश की बहुत बड़ी जमीन दुश्मनों के हवाले कर दी। जिस कांग्रेस ने देश की सेनाओं का आधुनिकीकरण होने से रोक दिया, वह आज हमें आंतरिक सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा पर भाषण दे रहे हैं।’

‘जो कांग्रेस आजादी के बाद से ही कन्फ्यूज रही कि उद्योग जरूरी हैं या खेती जरूरी है। जो कन्फ्यूज रही कि राष्ट्रीयकरण करना है या निजीकरण करना है। जो कांग्रेस 10 वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था को 12 से 11 नंबर पर ला पाई। हमारे समय में अर्थव्यवस्था पांचवें नंबर पर आई। और ये हमें आर्थिक नीतियों पर भाषण दे रही है। जिस कांग्रेस ने कभी ओबीसी को आरक्षण नहीं दिया। जिसने सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण नहीं दिया। जिसने बाबासाहेब के बजाय अपने ही परिवारों को भारत रत्न दिया। जिस कांग्रेस ने देश के सड़कों-चौक चौराहों को अपने ही परिवार के नाम दे दिए, वे हमें सामाजिक न्याय का पाठ पढ़ा रहे हैं।’

मैं प्रार्थना करूंगा आप 40 बचा पाएं

प्रधानमंत्री ने विपक्षी पर निशाना साधते हुए कहा ‘मैंने भी तब प्रार्थना की थी। की क्या थी मैं तो करता ही रहता हूं। पश्चिम बंगाल से एक आवाज आई थी कि कांग्रेस 40 पार नहीं कर पाएगी। मैं प्रार्थना करता हूं कि आप 40 बचा पाएं।’

आप मेरी आवाज दबा नहीं सकते

‘आज भी आप न सुनने की तैयारी के साथ आए हैं। लेकिन मेरी आवाज को आप दबा नहीं सकेंगे। देश की जनता ने इस आवाज को ताकत दी हुई है। देश की जनता के आशीर्वाद से आवाज निकल रही है। इसलिए इस बार मैं भी पूरी तैयारी से आया हूं। मैंने सोचा था उस वक्त कि अगर आप जैसे व्यक्ति सदन में आए हैं, तो मर्यादाओं का पालन करेंगे। लेकिन तब आपने क्या जुर्म किया था उस वक्त।’

पीएम मोदी ने कहा कि अब अगर खरगे जी अपना आशीर्वाद वापस लेना चाहते हैं तो ले लें। पीएम मोदी ने खरगे पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि उस दिन के भाषण के दौरान खरगे जी के दो कमांडर नहीं थे। उन्होंने कहा कि विपक्ष मेरी बात को नहीं सुनना चाहते हैं लेकिन देश की जनता ने मुझे ये ताकत दी है।

-एजेंसी