केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज श्रीनगर में तिरंगा रैली के दौरान कहा कि प्रदेश में अब पाकिस्तानी झंडे इतिहास बन चुके हैं और यहां अब केवल राष्ट्रीय ध्वज ही फहराया जाता है.
श्रीनगर में डल झील के किनारे रविवार सुबह वाकाथन के दौरान अनौपचारिक बातचीत के दौरान उपराज्यपाल ने कहा कि कश्मीर में पाकिस्तानी झंडे फहराना इतिहास बन चुका है। अब यहां सिर्फ भारतीय तिरंगा ही फहराएगा। पहले लोगों में तिरंगा फहराने के कम प्रयास होते थे लेकिन अब प्रयासों के कारण लोग स्वयं राष्ट्रीय ध्वज फहरा रहे हैं।
यहां यह बता दें कि कश्मीर घाटी में पहली बार तिरंगा यात्रा आज यानि 14 अगस्त को आयोजित की गई। हालांकि इससे पहले पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर में कुछ वर्षों पहले तक विशेषकर कश्मीर में पाकिस्तानी झंडे लहराने की नापाक कोशिशें हुआ करती थी लेकिन अब स्थिति बिल्कुल विपरीत है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि अब समाज का प्रत्येक वर्ग तिरंगा रैली को कामयाब बनाने में जीजान से जुटा है। आज कश्मीर में हर घर तिरंगा शान से लहराया जा रहा है। इससे पहले सुबह वाकथान के दौरान मौजूद 1971 के युद्ध के सेनानियों को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि मैं उन सभी को सलाम करता हूं जिन्होंने जम्मू-कश्मीर की प्रगति और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त किया है और देश को सुरक्षित रख रहे हैं। हमारे नायकों को याद करना नए विचारों को प्रज्ज्वलित करता है और जनजागरण की भावना को फिर से जगाता है।
किश्तवाड़, राजौरी, पुंछ, हर जिले में, हर गांव में मनाया जा रहा है और 1 करोड़ 30 लाख लोग प्रगति और शांति के पथ पर चल रहे हैं। उपराज्यपाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर हर क्षेत्र में इतिहास रच रहा है। समानता और सामाजिक न्याय के साथ प्रत्येक नागरिक के जीवन स्तर में सुधार करते हुए विभिन्न मापदंडों में अभूतपूर्व प्रदर्शन दर्ज किया गया है।
-एजेंसी