मुस्लिम समाज को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं ओवैसी: विश्व हिंदू परिषद

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ओवैसी पर निशाना साधते हुए सुरेंद्र जैन ने कहा, ओवैसी जैसे कट्टरपंथी नेता कोई भी मौक़ा नहीं छोड़ते मुस्लिम समाज को भड़काने का. इन जैसे भड़काऊ नेताओं के कारण ही तिरंगा यात्रा जैसे महान आयोजनों पर हमले हो रहे हैं. तिरंगे के बीच में चाँद तारा लगाने का अक्षम्य अपराध भी इन्हीं लोगों के द्वारा किया जा रहा है. इन्हीं के कारण से सर तन से जुदा का गैंग आज तेज़ी से सक्रिय हो गया है.

वीएचपी के संयुक्त महामंत्री ने मुस्लिम समाज से अपील की कि वे भारत के विकास के मार्ग को अवरुद्ध न करें.
2002 के गुजरात दंगों के दौरान एक भीड़ ने बिलकिस बानो के परिवार पर हमला किया था. इस दौरान पाँच महीने की गर्भवती बिलकिस बानो के साथ गैंगरेप किया गया. उनकी तीन साल की बेटी सालेहा की भी बेरहमी से हत्या कर दी गई. उस वक़्त बिलकिस क़रीब 20 साल की थीं. इस दंगे में बिलकिस बानो की माँ, छोटी बहन और अन्य रिश्तेदारों समेत 14 लोग मारे गए थे.

एक दिन पहले ही असदुद्दीन ओवैसी ने बिलकिस बानो के मामले में कहा था धर्म को लेकर बीजेपी इतनी पक्षपाती है कि रेप और नफ़रती हिंसा के लिए भी माफ़ी मिल जाती है.

ओवैसी ने अपने ट्वीट में लिखा था, आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाने का ये बीजेपी का तरीक़ा है. जो लोग जघन्य अपराध के दोषी हैं, उन्हें रिहा कर दिया गया है.

एक धर्म के लिए बीजेपी इतनी पक्षपाती है कि बलात्कार और हेट क्राइम भी माफ़ कर दिए जाते हैं. क्या बीजेपी-शिंदे की महाराष्ट्र सरकार भी रुबीना मेमन की रिहाई के लिए समिति बनाएगी?

कांग्रेस ने भी मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में बिलकिस बानो गैंगरेप के दोषियों की रिहाई पर गुजरात सरकार के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी सवाल खड़े किए थे.

राहुल गाँधी का भी बयान आया

राहुल गाँधी ने इस पूरे मामले का ज़िक्र करते हुए कहा है कि पीएम मोदी की कथनी और करनी में फ़र्क को सारा देश देख रहा है.

गाँधी ने ट्वीट किया, “5 महीने की गर्भवती महिला से बलात्कार और उनकी 3 साल की बच्ची की हत्या करने वालों को ‘आज़ादी के अमृत महोत्सव’ के दौरान रिहा किया गया. नारी शक्ति की झूठी बातें करने वाले देश की महिलाओं को क्या संदेश दे रहे हैं? प्रधानमंत्री जी, पूरा देश आपकी कथनी और करनी में अंतर देख रहा है.”

-एजेंसी