श्रीलंका में सरकार विरोधी प्रदर्शनों में एक व्यक्ति की साँस लेने में तकलीफ़ के चलते मौत हो गई है. वहीं पुलिस के आँसू गैस चलाने से एक पुलिस अधिकारी और सेवा के एक जवान समेत कम से कम 84 लोग घायल हुए हैं.
श्रीलंका की संसद के आसपास सेना ने पहले से अधिक सेना के जवानों और सशस्त्र वाहनों को तैनात किया गया है. इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों से राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय जैसे सरकारी संस्थान वापस लेने के लिए भी सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाया गया है.
मंगलवार यानी 12 जुलाई को श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे एक सैन्य जेट की मदद से श्रीलंका से भागकर मालदीव चले गए थे जो अब सिंगापुर जाने के लिए प्रतीक्षा कर रहे हैं
उनके श्रीलंका से भागने के बाद से कोलंबो में प्रदर्शन उग्र हो गए हैं और प्रदर्शनकारियों ने पीएम कार्यालय और राष्ट्रपति भवन जैसे संस्थानों पर कब्जा कर लिया है.
गोटाबाया राजपक्षे ने 13 जुलाई यानी बुधवार को इस्तीफा देने की घोषणा की थी. श्रीलंका की संसद के स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने का कहना है कि अभी तक उन्हें गोटाबाया का इस्तीफा नहीं मिला है.
गोटाबाया की अनुपस्थिति में प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया है.
-एजेंसी