बीजेपी के 42वें स्थापना दिवस पर पीएम मोदी बोले, देश में चल रही दो तरह की राजनीति, एक परिवारभक्ति की और दूसरी राष्ट्रभक्ति की

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बीजेपी के 42वें स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश के युवा अब ये समझने लगे हैं कि किस तरह परिवारवाद लोकतंत्र का सबसे बड़ी दुश्मन हैं. लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ करने वाली ये पार्टियाँ, संविधान और संवैधानिक व्यवस्थाओं को भी कुछ नहीं समझतीं.

पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, “आज पूरी दुनिया देख रही है कि इतने मुश्किल समय में भारत 80 करोड़ ग़रीबों, वंचितों को मुफ़्त राशन दे रहा है. 100 साल के इस सबसे बड़े संकट में ग़रीब को भूखा न सोना पड़े, इसके लिए केंद्र सरकार क़रीब 3.5 लाख करोड़ रुपए ख़र्च कर रही है.”

“लेकिन बीजेपी ने इस वोट बैंक की राजनीति को ना सिर्फ टक्कर दी है बल्कि इसके नुकसान भी देशवासियों को समझाने में सफल रही है.“

“हमारे देश में दशकों तक कुछ राजनीतिक दलों ने सिर्फ वोट बैंक की राजनीति की. कुछ लोगों को ही वायदे करो, ज्यादातर लोगों को तरसाकर रखो, भेदभाव-भ्रष्टाचार ये सब वोटबैंक की राजनीति का साइड इफेक्ट था.”

“आज़ादी के इस अमृत काल में हमने जनकल्याण की हर योजना को शत-प्रतिशत लाभार्थियों तक पहुँचाने का जो संकल्प लिया है, वो बहुत बड़ा है. सैचुरेशन तक पहुँचने के इस अभियान का मतलब है-भेदभाव की सारी गुंजाइश को ख़त्म करना, तुष्टिकरण की आशंकाओं को समाप्त करना,”

“ये केवल एक चुनावी घटना भर नहीं है. ये एक ऐसा सामाजिक और राष्ट्रीय जागरण है, जिसका इतिहास में विश्लेषण किया जाएगा.”

नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज देश में ऐसी सरकार है जिसकी वैचारिक निष्ठा अंत्योदय में है. ग़रीबों, दलितों, पिछड़ों, महिलाओं के हितों के लिए, उनके उत्थान के लिए काम करना ही हमारी पार्टी के मूल संस्कार हैं.“

“हमारे लिए राजनीति और राष्ट्रनीति साथ साथ चलते हैं लेकिन ये भी सच्चाई है कि अभी भी देश में दो तरह की राजनीति चल रही है. एक राजनीति है परिवारभक्ति की और दूसरी है राष्ट्रभक्ति की.”

नरेंद्र मोदी ने कहा कि “ये लोग भले ही अलग-अलग राज्यों में हो, लेकिन परिवारवाद के तार से जुड़े रहते हैं. एक दूसरे के भ्रष्टाचार को ढँककर रखते हैं. केंद्रीय स्तर पर और अलग-अलग राज्यों में कुछ राजनीतिक दल हैं जो सिर्फ अपने परिवार के हितों के लिए काम करते हैं.”

उन्होंने कहा, “हमारे कई कार्यकर्ताओं को अपना बलिदान तक देना पड़ा है. हम सब हमारे इन कार्यकर्ताओं के परिवारों की पीड़ा में शामिल हैं. मैं सभी कार्यकर्ताओं को विश्वास दिलाता हूँ कि बीजेपी ऐसे राज्यों में लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना के लिए संघर्ष करती रहेगी.”

-एजेंसियां


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