अब अपनी आत्मकथा ‘आजाद’ के जरिए गुलाम नबी आजाद ने राहुल और सोनिया पर बोला तीखा हमला

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गुलाम नबी ने सोनिया गांधी पर भी निशाना साधा। उन्‍होंने लिखा है कि सब-कुछ जानते हुए भी सोनिया ने अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी नहीं निभाई। गुलाम नबी आजादी की आत्मकथा का विमोचन अगले महीने होगा।

कांग्रेस के दिग्गज नेता थे हिमंता बिस्वा सरमा

असम के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता हिमंता बिस्वा सरमा एक समय नॉर्थ ईस्ट में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार थे। हिमंता ने 2001 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार विधानसभा चुनाव जीता था। इसके बाद 2004 से 2014 तक वह असम सरकार में मंत्री रहे। 2015 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा जॉइन कर ली थी। गुलाम नबी आजाद ने जिस घटना का जिक्र किया है, वो इसी दौरान की है।

भाजपा में आने के बाद 2016 में हिमंता को मंत्री बनाया गया। सर्बानंद सोनोवाल की अगुआई में वह सरकार में मंत्री रहे। इसके बाद 2021 में सर्बानंद को हटाकर हिमंता को मुख्यमंत्री बना दिया गया। आज के समय पूरे नॉर्थ ईस्ट में भाजपा को मजबूत करने के लिए हिमंता को जिम्मेदारी दी गई है।

गुलाम नबी ने अपनी आत्मकथा में और क्या लिखा?

कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि एक बैठक के दौरान कई कांग्रेसी नेताओं ने हिमंता बिस्वा सरमा का मुद्दा उठाया। कहा कि इसे अच्छे से मैनेज किया जाना चाहिए क्योंकि असम में ज्यादातर विधायक हिमंता के साथ हैं। तब राहुल ने तुरंत बिना कुछ सोचे-समझे कह दिया कि जाने दो उसे…। गुलाम का कहना है कि तब उन्हें यकीन नहीं हुआ कि राहुल दूरगामी परिणामों को बिना जाने ये बोल रहे हैं और इसका असर न केवल असम में देखने को मिलेगा बल्कि पूरे नॉर्थ ईस्ट में नुकसान उठाना पड़ेगा।

गुलाम ने आगे लिखा, जब उन्होंने इसके बारे में सोनिया गांधी को बताया तो उन्होंने भी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी नहीं निभाई। सोनिया ने मुझसे कहा कि हिमंता से नाव न चलाने का अनुरोध करें।

राजीव से लेकर सोनिया और राहुल तक के बारे में हुआ है खुलासा

गुलाम नबी आजादी की आत्मकथा का प्रकाशन करने वाली रूपा प्रकाशक ने दावा किया है कि इस किताब में राजीव गांधी से लेकर सोनिया और राहुल गांधी तक के बारे में कई बड़े खुलासे हुए हैं। आजाद ने कांग्रेस से जुड़ी कई अहम बातों को इस किताब के जरिए दुनिया के सामने रखने की कोशिश की है।

Compiled: up18 News